सड़कों से गायब होने लगे बेसहारा पशु
फरीदकोट शहर में व्याप्त आवारा पशुओं की समस्या से लोगों को निजात दिलाया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, फरीदकोट
फरीदकोट शहर में व्याप्त आवारा पशुओं की समस्या से लोगों को निजात दिलाने के लिए पिछले 11 दिनों से चल रहे अभियान के तहत सड़कों पर घूम रहे 200 पशुओं को पकड़कर सरकारी गोशाला गोलेवाला भेजा गया।
अभियान का नेतृत्व कर रहे समाजसेवी नवदीप गर्ग ने बताया कि फरीदकोट शहर से पिछले 11 दिनों में 200 आवारा पशुओं को पकड़कर लिफ्टिग वाली गाड़ी से सरकारी गऊशाला भेजा जा रहा है। उन्होंने बताया कि शहर अब भी 150 पशु रह गए हैं जिनकी पहचान करने के साथ उन्हें पकड़कर गोशाला भेजा जा रहा है। नेशनल यूथ क्लब के दविदर सिंह पंजाब मोटर्स, बलजीत शर्मा और राकेश शर्मा उपस्थित रहे।
डीसी विमल कुमार सेतिया ने बताया कि इन आवारा पशुओं को पकड़कर गोशालाओं में भेजना शुरू कर दिया गया। आवारा और असहाय पशुओं को सरकारी गोशाला गोलेवाला भेजा गया। उन्होंने बताया कि पशुपालन विभाग के डॉक्टर, नगर परिषद के कर्मचारियों और सामाजिक संगठनों के सहयोग से शहर से इन जानवरों को पकड़ने के लिए दो टीमों का गठन किया गया है, जो कि भलीभांति काम कर रहे हैं। वह कुछ दिन पहले ही फरीदकोट में आए है, एक दिन रात्रि में शहर के भ्रमण के दौरान सड़क पर आवारा और असहाय जानवर शहर में घूम रहे थे, जिससे कोई भी दुर्घटना हो सकती थी। हालांकि शहर में रात का कर्फ्यू लागू था, लेकिन आपात स्थिति में कोई भी राहगीर या ड्राइवर हादसाग्रस्त हो सकता है। पकड़कर गोशाला भेजे रहे इन जानवरों के लिए गोशाला में पर्याप्त मात्रा में पानी और हरा चारा आदि उपलब्ध है, और इनकी देखभाल की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह शहर के हित में और जानवरों के कल्याण के लिए भी होगा। उन्होंने सामाजिक संगठनों को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद दिया और जिला प्रशासन के सभी अधिकारियों से भी अपील की कि वे मुख्यमंत्री द्वारा शुरू किए गए मिशन फतेह अभियान के तहत शहर को साफ और सुव्यवस्थित रखने में मदद करें, ताकि लोगों में जागरूकता पैदा हो सके। उन्हें शारीरिक दूरी बनाए रखने, घर आने पर 20 सेकेंड के लिए हाथ धोने, किसी से भी हाथ न मिलाने, फेस मास्क आदि लगाने के लिए प्रोत्साहित किया गया। पशुपालन विभाग द्वारा पकड़े गए पशुओं को पीले निशान और टीकाकरण भी दिया गया।