हर गुनाहगार को मिलेगी सजा : विधायक
सीआईए स्टाफ में पुलिस हिरासत के दौरान नौजवान जसपाल सिंह की संदिग्ध मौत के बाद उसके शव को नहर में फेंकने के मामले में इंसाफ के लिए पीड़ित परिवार व सामाजिक जत्थेबंदियों पर आधारित एक्शन कमेटी का एसएसपी दफ्तर के समक्ष बेमियादी रोष धरना जारी है।
जागरण संवाददाता, फरीदकोट
सीआइए स्टाफ में पुलिस हिरासत में नौजवान जसपाल सिंह की संदिग्ध मौत के बाद उसके शव को नहर में फेंकने के मामले में इंसाफ के लिए पीड़ित परिवार व सामाजिक जत्थेबंदियों पर आधारित एक्शन कमेटी का एसएसपी दफ्तर के समक्ष बेमियादी रोष धरना जारी है। रविवार को लगातार पांचवें दिन के रोष धरने में जिला फरीदकोट समेत आसपास के जिलों से अलग अलग जत्थेबंदियों के कार्यकर्ता शामिल हुए और इंसाफ की लड़ाई में सहयोग देने का ऐलान किया।
एक दिन पहले एक्शन कमेटी ने यहां से कांग्रेस विधायक कुशलदीप सिंह किक्की ढिल्लों की भूमिका पर बड़े सवाल खड़े किए थे और उन पर मृतक नौजवान के परिवार को इंसाफ दिलाने के लिए शुरू किए गए आंदोलन को कुचलने की साजिशें रचने के गंभीर आरोप लगाए थे। इन्हीं आरोपों को जबाव देने के लिए रविवार को विधायक किक्की ढिल्लों मीडिया के सामने आए और दावा किया कि उन्हें इस घटना पर बेहद अफसोस है और पीड़ित परिवार के साथ पूरी हमदर्दी है। सरकार का हिस्सा होने के नाते वह इस मामले में कानूनी कार्रवाई करवा रहे है और किसी भी गुनाहगार को बख्शा नहीं जाएगा।
एक्शन कमेटी के प्रमुख नेताओं राजिदर सिंह, बूटा सिंह, गुरदयाल सिंह भट्टी, कर्णदीप सिंह भुल्लर, शविदर सिंह, कुलदीप शर्मा ने आरोप लगाया था कि इतनी बड़ी घटना होने के बावजूद स्थानीय विधायक ढिल्लों ने पीड़ित परिवार की कोई सुध नहीं ली उलटा उनके आंदोलन को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। 25 मई शनिवार को सादिक कस्बे के व्यापारियों ने उक्त घटना के रोष स्वरूप सुबह 11 बजे तक हड़ताल करने की घोषणा की थी जिसे दबाव डलवाकर नहीं होनी दी गई। 29 मई को प्रस्तावित एक्शन कमेटी के रोष धरने को भी विफल बनाने के लिए गांवों के सरपंचों को फोन किए जा रहे है। विधायक ढिल्लों ने कहा कि वह पहले दिन से ही इस घटना को लेकर गंभीर हैं और पीड़ित परिवार के मिलने के बाद उन्होंने एसएसपी को दो तीन दिन के भीतर मामले की सच्चाई सामने लाने और आरोपियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई करने की हिदायत दे दी थी। उन्होंने कहा कि केस में कार्यवाही हो भी रही है और अभी तक पुलिस द्वारा अपने दो मुलाजिमों के अलावा नौजवान के खिलाफ झूठी शिकायत करने में शामिल महिला को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। उन्होंने दावा किया कि इस घटनाक्रम में शामिल किसी भी गुनाहगार को बख्शा नहीं जाएगा। इनसेट
आठवें दिन भी नहीं मिली जसपाल की लाश
मृतक नौजवान जसपाल सिंह के शव की तलाश में जिला पुलिस की टीमों द्वारा राजस्थान नहर को खंगालने का काम जारी है। 8 दिन बीत जाने के बावजूद उसका शव अभी तक बरामद नहीं हो पाया है। सीआइए स्टाफ ने जसपाल सिंह को 18 मई की रात को गिरफ्तार किया था और उसी रात उसकी लॉकअप में मौत हुई। 19 मई को सुबह चार बजे सीआईए इंचार्ज इंस्पेक्टर नरिन्द्र सिंह ने अपने साथियों के साथ उसकी लाश को राजस्थान नहर में फेंक दिया था। अमूमन दो से तीन दिन पानी में रहने के बाद लाश ऊपर तैरने लगती है लेकिन जसपाल सिंह के मामले में 8 दिन बीत जाने के बाद लग रहा है कि आरोपियों ने उसके शव को ऐसे किसी ढंग के साथ नहर में फेंका है जिससे वह ऊपर नहीं आ रही है। इनसेट
विधायक व एसएसपी पर कार्रवाई करें सीएम : एक्शन कमेटी
जसपाल सिंह कत्ल कांड विरोधी एक्शन कमेटी ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह से इस मामले में फरीदकोट से कांग्रेस विधायक व एसएसपी फरीदकोट पर कार्रवाई करने की मांग की है और केस की न्यायिक जांच करवाकर सच्चाई सामने लाने का आग्रह किया है। विधायक के प्रेस कांफ्रेस के बाद एक्शन कमेटी ने कहा कि विधायक कह रहे हैं कि धरनाकारी उनके विरोधी है जबकि पीड़ित जसपाल सिंह का ननिहाल परिवार उनका पक्का हिमायती है। विधायक कह रहे है कि इंसाफ हो रहा है जबकि अभी तक परिवार को अपने बेटे की लाश ही नहीं मिली।
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