कोर्स पूरे करने पर सिलाई सेंटर की 14 छात्राओं की बांटे प्रमाणपत्र
भारत विकास परिषद की तरफ से स्थानीय अग्रवाल भवन में कार्यक्रम करवाया गया।
संवाद सूत्र, कोटकपूरा
भारत विकास परिषद की तरफ से स्थानीय अग्रवाल भवन में कोटकपूरा के विधायक व स्पीकर कुलतार सिंह संधवां के सम्मान में एक समारोह का आयोजन किया गया। संस्था की मुख्य शाखा के प्रधान टीआर अरोड़ा व
स्वामी विवेकानंद शाखा के प्रधान बलदेव कटारिया की अगुवाई में करवाए गए समारोह में संस्था के प्रांतीय सलाहकार जयपाल गर्ग,सुभाष गोयल, प्रांतीय उप प्रधान नरेशपाल कांसल, कनवीनर राम कुमार गर्ग, सरपरस्त यश अग्रवाल के अलावा आप नेता रतन अग्रवाल व नरेश सिगला पहुंचे। भारत विकास परिषद की तरफ से संचालित सिलाई सेंटर में कोर्स पूरा कर चुकी 14 छात्राओं को प्रमाण पत्र बांटे गए और 7 जरूरतमंद छात्राओं को स्वरोजगार शुरू करने के लिए सिलाई मशीनें भी बांटी गई।
विधानसभा स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने कहा कि भारत विकास परिषद पिछले कई सालों से समाजसेवा की क्षेत्र में बेहतरीन कार्य कर रही है जोकि प्रशंसा योग्य है। सिलाई सेंटर छात्राओं के बीच करवाए ड्रेस बनाने के मुकाबले में पहले तीन स्थान हासिल करने वाली गीता,वीना व सरोज को भी सम्मानित किया गया। इसके अलावा मेधावी छात्राओं गीता,वीना,रमनजोत व खुशी के अलावा सिलाई सेंटर की अध्यापिका ममता शर्मा को भी सम्मानित किया। समारोह में जिला डेंटल अफसर डा. कुलदीप धीर,सुखविदर सिंह बब्बू, सचिव वरिन्द्र कटारिया, हरीष बत्रा, सतपाल गोयल, नीरज सिगला, अनिल सिगला, डॉ.देवराज, वीके बजाज, रंजीव शर्मा, राजेश मित्तल,डॉ.प्रमोद गुप्ता,उमेश तिवारी,अशोक चावला आदि भी हाजिर रहे।
सेवानिवृत्त पनसप कर्मचारियों ने विधायक को दिया मांगपत्र
संवाद सहयोगी, फरीदकोट
पनसप रिटायर्ड इंप्लाई वेलफेयर एसोसीएशन के शिष्टमंडल ने अपनी मांगों को लेकर विधायक गुरदित्त सिंह सेखों को मुख्यमंत्री पंजाब के नाम एक मांगपत्र सौंपा गया।
इसका नेतृत्व कर रहे प्रदेश प्रधान राम चंद ने बताया कि उनकी लम्बे समय से लटकतीं आ रही मांगों के हल के लिए पनसप मैनेजिग डायरेक्टर चंडीगढ़ की तरफ से बार-बार बातचीत के लिए समय मांगा गया परन्तु उनकी समस्या को सुनने के लिए मैनेजिग डायरेक्टर की तरफ से उनको बातचीत के लिए समय नहीं दिया जा रहा।
उन्होंने कहा कि मांगपत्र के द्वारा मुख्यमंत्री भगवंत मान से मांग की गई है कि उनकी मैनेजिग डायरेक्टर के साथ बैठक करवाई जाए और उनकी सही और जायज मांगों के हल के लिए डायरेक्टर पर दबाव पाया जाए। इससे सेवानिवृत्त कर्मचारियों की मांगों का निपटारा हो सके। उन्होंने कहा कि कारपोरेशनों और बोर्डों के मुलाजिमों को सेवानिवृत्ति के बाद पेंशनें नहीं मिलती और सिर्फ ईपीएफ से मामूली पेंशन मिलती है। इससे सेवानिवृत्त कर्मचारियों को इस महंगाई में गुजारा करना बहुत मुश्किल हो रहा है। उन्होंने कहा कि सुप्रीमकोर्ट के फैसले को लागू कर पेंशन शुरू की जाए।