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अब गोल्फ को बतौर करियर लेकर खेलते हैं युवा : जीव मिल्खा सिंह

विकास शर्मा, चंडीगढ़ : अब गोल्फ को युवा बतौर करियर लेकर प्रेक्टिस करते हैं, युवा गोल्फर्स में गो

By JagranEdited By: Published: Wed, 17 Oct 2018 05:22 AM (IST)Updated: Wed, 17 Oct 2018 05:22 AM (IST)
अब गोल्फ को बतौर करियर लेकर खेलते हैं युवा : जीव मिल्खा सिंह
अब गोल्फ को बतौर करियर लेकर खेलते हैं युवा : जीव मिल्खा सिंह

विकास शर्मा, चंडीगढ़ : अब गोल्फ को युवा बतौर करियर लेकर प्रेक्टिस करते हैं, युवा गोल्फर्स में गोल्फ की काफी अच्छी समझ है, वे अपने खेल को निखारने के लिए न सिर्फ मेहनत करते हैं, बल्कि अलग-अलग ट्रेनिंग प्रोग्राम में हिस्सा लेकर अपने खेलने के स्टाइल को भी अपडेट करते हैं। यह कहना है पद्मश्री जीव मिल्खा सिंह का। उन्होंने कहा कि मैं गोल्फ से केवल इसलिए जुड़ा, क्योंकि पिता खेलने आते थे और उन्हें देखकर मेरी भी रूचि इस खेल में बन गई। हमारे जमाने में 5 से 6 बच्चे गोल्फ खेलते थे, आज चंडीगढ़ गोल्फ क्लब में 60 से ज्यादा बच्चे रेगुलर कोचिंग ले रहे हैं, इन युवा गोल्फर्स से बात करने पर आप अनुभव करेंगे कि ये टेक्नीकल कितने मजूबत हैं और इनमें कितना आत्मविश्वास भरा है। अपने बेटे से नहीं करता गोल्फ की बात

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जीव मिल्खा सिंह ने बताया कि मेरे पिता मिल्खा सिंह हमेशा मुझे पढ़ने के लिए प्रेरित करते रहे। उनका मानना है कि पढ़ाई की तरफ ज्यादा ध्यान दो, लेकिन मेरी रूचि बचपन में गोल्फ की तरफ गई। मैंने गोल्फ को चुना और यकीनन उसमें अच्छा किया। खेल जगत में हम हीं बाप-बेटा ऐसे होंगे, जिन्हें दोनों को पद्मश्री मिला है। मैं अपने बेटे कभी गोल्फ का ज्ञान नहीं देता हूं, अभी वह कोच जस्सी ग्रेवाल के पास ही कोचिंग ले रहा है। अभी छोटा है, इसलिए उस पर कोई दबाव नहीं है। उसे अपने भविष्य का फैसला खुद करना है, मैं उसे वैसे ही आजादी दूंगा, जैसी मेरे पिता ने मुझे दी थी। चंडीगढ़ गोल्फ क्लब से भविष्य में निकलेंगे कई खिलाड़ी

जीव मिल्खा सिंह ने कहा कि चंडीगढ़ गोल्फ क्लब शहर के बीचोंबीच स्थित है। शहर के किसी भी कोने से आप 15 से 20 मिनट में गोल्फ क्लब में पहुंच सकते हैं, इसके अलावा गोल्फ क्लब में कोचिंग से लेकर फिजियो तक कि हर सुविधा मिल रही है। इसके अलावा शुभांकर, अजितेश और हरिंदर सिंह जैसे गोल्फर्स को देखकर यकीनन युवा गोल्फर्स गोल्फ के प्रति आकर्षित होंगे। गोल्फ में अनुभव और फिटनेस का काफी महत्व

जीव मिल्खा सिंह ने कहा कि गोल्फ के लिए आपका अनुभव काफी अहम रहता है। यह फिजिकल के साथ माइंड गेम है, इसमें गोल्फ कोर्स के हिसाब से अलग-अलग रणनीति बनानी पड़ती है, यह सब आपको अनुभव से ही आता है। इसके अलावा फिटनेस भी काफी अहम होती है। उन्होंने कहा कि मौजूदा दौर में टाइगर वुड्स सबसे अनुभवी गोल्फर हैं। अभी 4 से 5 साल दुनिया टाइगर वुड्स के खेल का लुत्फ उठा सकती है। जल्द जीतूंगा बड़ा टूर्नामेंट

गोल्फर जीव मिल्खा सिंह ने बताया कि अभी उनकी उम्र 47 साल हो गई है, बावजूद इसके उनके हौसले बुलंद हैं, वे जल्द दुनिया का बड़ा टूर्नामेंट जीतेंगे। अभी इसी महीने वे दिल्ली में पेनासोनिक प्रोफेशनल गोल्फ टूर्नामेंट और उसके बाद नवंबर में जीव मिल्खा सिंह इन्विटेशनल गोल्फ टूर्नामेंट खेलेंगे। जीवन परिचय

नाम - जीव मिल्खा सिंह

जन्म - 15 दिसंबर 1971

हाइट - 6 फीट

प्रोफेशनल प्रतियोगिता में जीत -20

सम्मान - अर्जुन अवॉर्ड (1999), पद्मश्री (2007)

परिजन - पद्मश्री मिल्खा सिंह, माता निर्मल कौर (पूर्व भारतीय महिला वालीबॉल टीम की कप्तान

पत्नी -कुदरत

बेटा -हरजय


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