विश्व अंगदान दिवस 2022: PGI चंडीगढ़ ऐसे 17 परिवारों का करेगा सम्मान जिन्होंने अंगदान से बचाई दूसरों की जान
World Organ Donation Day 2022 World Organ Donation Day 2022 विश्व अंगदान दिवस हर साल 13 अगस्त को मनाया जाता है। यह दिन अंगदान के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने और मौत के बाद लोगों को अंगदान करने के लिए प्रेरित करने के लिए यह दिन मनाया जाता है।
विशाल पाठक, चंडीगढ़। World Organ Donation Day 2022: विश्व अंगदान दिवस हर साल 13 अगस्त को मनाया जाता है। यह दिन अंगदान के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने और मौत के बाद लोगों को अंगदान करने के लिए प्रेरित करने के लिए यह खास दिन मनाया जाता है। क्योंकि मानव शरीर के कीमती अंग इंसान की मौत के बाद दूसरे इंसान को ट्रांसप्लांट करने से उसकी जिंदगी को बचाया जा सकता है। इस दिन सभी को आगे आने और अपने कीमती अंगों को दान करने का संकल्प लेने का अवसर प्रदान करता है क्योंकि एक अंग दाता आठ लोगों की जान बचा सकता है।
बता दें कि उत्तर भारत ही नहीं बल्कि देश में पीजीआइ चंडीगढ़ अन्य राज्यों के लिए अंगदान को लेकर अहम भूमिका निभा रहा है। उत्तर भारत में पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, उत्तराखंड, जम्मू कश्मीर के अलावा देश के अन्य राज्य जैसे चेन्नई, बैंगलोर, महाराष्ट्र जैसे राज्यों के लिए भी अंगदान की दिशा में एक अहम कड़ी साबित हो रही है। पीजीआइ चंडीगढ़ में इस साल तक संस्थान में और पीजीआइ के बाहर अन्य राज्यों में हार्ट ट्रांसप्लांट किए जा चुके हैं। हार्ट ट्रांसप्लांट के अलावा किडनी, कोर्निया समेत कई अंग डोनेट कर लोगों की जिंदगियों को बचाया जा चुका है।
इस बार विश्व अंगदान दिवस के मौके पर पीजीआइ चंडीगढ़ की तरफ से 17 ऐसे परिवारों को सम्मानित किया जाएगा जिनके परिवार में किसी सदस्य की मौत के बाद अंगदान कर दूसरे लोगों की जिंदगी बचाई है। वहीं पीजीआइ चंडीगढ़ विश्व अंगदान दिवस के अवसर पर ऐसे परिवारों को सम्मानित कर अन्य लोगों को भी अंगदान के लिए जागरूक करेगा।
27 हार्ट ट्रांसप्लांट कर चुका है पीजीआइ
बता दें कि पीजीआइ चंडीगढ़ साल 1996 से लेकर 11 अगस्त 2022 तक 27 हार्ट ट्रांसप्लांट कर चुका है। इसमें से पीजीआइ चंडीगढ़ में 7 और पीजीआइ से दूसरे राज्यों के अस्पतालों में 20 हार्ट ट्रांसप्लांट किए गए हैं। पीजीआइ प्रशासन की तरफ से अंगदान को लेकर लोगों को लगातार जागरूक किया जा रहा है।
इन अंगों का कर सकते हैं दाम
अंगदाता की मौत के बाद उसके अंग जैसे हृदय, लिवर, गुर्दे, आंत, फेफड़े, आंखें और अग्न्याशय को दूसरे इंसान में ट्रांसप्लांट कर सकते हैं।