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खुद को चंडीगढ़ प्रशासक का करीबी बता महिला ने ठगे करोड़ों रुपये, उसके खिलाफ पुलिस को मिली तीन और शिकायतें

शहर की एक महिला ने खुद को चंडीगढ़ प्रशासक का करीबी बताकर लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी की है। हालांकि पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन अब महिला के खिलाफ पुलिस को और तीन धोखाधड़ी की शिकायतें मिली हैं। पुलिस आज महिला कोर्ट में पेश करेगी।

By Ankesh ThakurEdited By: Published: Fri, 30 Jul 2021 12:44 PM (IST)Updated: Fri, 30 Jul 2021 12:44 PM (IST)
रिमांड खत्म होने के बाद पुलिस आरोपित महिला को आज अदालत में पेश करेगी।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। चंडीगढ़ के प्रशासक का करीबी बताकर लोगों से फ्लैट और कमर्शियल प्रॉपर्टी को उनके नाम रि-अलॉट करवाने के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी करने वाली महिला को पुलिस पुलिस ने गिरफ्तार किया था। रिमांड के बाद अब उसे आज दोपहर अदालत में पेश किया जाएगा। आरोपित सेक्टर-49 निवासी मंजीत कौर खुद को समाजसेवी बताती है। पुलिस को मंजीत कौर के खिलाफ तीन और धोखाधड़ी की शिकायतें मिली हैं। पुलिस इन तीनों शिकायतों की जांच में लगी है। वहीं, आर्थिक अपराध शाखा ने आरोपत मंजीत कौर को मोहाली फेज-3 में रहने वाले दंपती मदन गोपाल गुप्ता और सुलक्षणा की शिकायत पर 87 लाख रुपये की ठगी के आरोप में गिरफ्तार किया था।

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पीड़ित दंपती ने आरोप लगाया है कि मंंजीत खुद को पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक वीपी सिंह बदनौर का करीबी होने के साथ हाउसिंग बोर्ड अलॉटमेंट कमेटी की सदस्य बताती थी। मंजीत कौर लोगों को अपने झांसे में लेने के लिए कहती थी कि अलॉटमेंट प्रक्रिया उसके हाथ में है। उसे राज्यपाल से अनुमति मिली हुई है। मजींत कौर ने उन्हें सेक्टर-51 में एमआइजी फ्लैट सीनियर सिटीजन के कोटा से दिलवाने की बात कही। उनकी चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड के कई अफसरों से मुलाकात कराने का वादा भी किया था। उसने रकम जमा कराने को कहा, जो 31 मार्च 2020 से पहले जमा करानी थी। रकम जमा करवाने के लिए मनजीत कौर ने पंजाब एंड सिंध बैंक का खाता नंबर दिया था। पुलिस रिमांड में महिला से फर्जी पहचान पत्र, कमेटी का सदस्य बताने वाले दस्तावेज, अलॉटमेंट प्रक्रिया की अनुमति के दस्तावेज हासिल करने में लगी हैं।

इस तरह आई दो नई शिकायतों पर जांच जारी

आर्थिक अपराध शाखा और सेक्टर-49 थाना पुलिस के पास मंजीत कौर के खिलाफ आई नई शिकायतों में सेक्टर-38 के रहने वाले सुनील शर्मा और विनोद कश्यप ने दी है। चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड की तरफ से जब्त सेक्टर-38 वेस्ट और सेक्टर-43 में एमआइजी फ्लैट को रि-अलॉट करवाने के नाम पर महिला ने उनसे भी 70 लाख रुपये की ठगी की है। सुनील शर्मा के अनुसार मंजीत कौर ने उन्हों सेक्टर-38 में बंद पड़ा फ्लैट नंबर-5470 भी दिखाया था। मंजीत कौर ने उन्हें यह फ्लैट सीनियर सिटीजन कोटे से रि-अलॉट करवाने की बात कही थी। वहीं, विनोद कश्यप ने बताया कि महिला ने उन्हें सेक्टर-43 में एक इंडिपेंडेंट हाउस दिखाया था। जिसे गवर्नर के कोटे से उनके नाम अलॉट करवाने का दावा किया गया। मंजीत कौर ने 2018 में मलोया स्थित ईडब्ल्यूएस कोटे के तहत बने नए फ्लैट्स की चाबी प्रधानमंत्री मोदी के हाथ से दिलाने की भी बात कहकर पैसे ऐंठे थे। शिकायतकर्ता सुनील शर्मा ने बताया कि मंजीत कौर पैसे लेने के बात पजेशन देने के नाम पर टाल-मटोल करती रही। हालांकि, बाद में कौर ने 31 लाख रुपये वापस पर अपनी गलती मानी थी। उसने माना था कि उसके साथ एक व्यक्ति शामिल था, जो अब फरार हो चुका है।


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