नॉर्मल डिलीवरी रखती है महिलाओं को फिट, कैसे हो यह डिलीवरी यह है तरीका...
सिजेरियन डिलीवरी के बाद महिलाओं का शरीर भद्दा हो जाता है। महिलाओं की डिलीवरी नार्मल हो सकती है, लेकिन इसके लिए कुछ एक्सरसाइज करनी होंगी।
जेएनएन, चंडीगढ़। आज के समय में खुद को फिट और खूबसूरत रखने के लिए ही महिलाएं कोशिश करती हैं, लेकिन यह प्रयास उनका बच्चा पैदा होने के बाद खत्म हो जाता है। महिलाएं आमतौर पर बहुत ज्यादा मोटी हो जाती हैं या फिर डिलीवरी के दौरान नॉर्मल प्रेग्नेंसी के बजाय सीजेरियन करा लेती हैं, जिससे शरीर भद्दा हो जाता है या फिर मोटा।
यह मोटापा और भद्दापन महिलाएं खुद ही कंट्रोल कर सकती हैं, यदि वह अपनी डिलीवरी को नॉर्मल करा लें। महिलाओं के शरीर की खूबसूरती बनी रहे, इसके लिए बेदी अस्पताल ने चंडीगढ़ में विशेष वर्कशॉप का आयोजन किया। जिसमें शहर की 50 के महिलाओं ने अपने पति के साथ भाग लिया।
इस वर्कशॉप में महिलाओं को उन व्यायाम की करने के बारे में जानकारी दी गई, जिनसे वे नॉर्मल डिलीवरी करा सकते हैं। उसके लिए एक सैर करना ही काफी नहीं होता है, बल्कि रीढ़ की हड्डी, पैर, हाथों के जोड़ों के लिए अलग-अलग प्रकार के व्यायाम होते है। नॉर्मल डिलीवरी के लिए सबसे ज्यादा जरूरी होता है कि महिलाओं का पेलविक मसल मजबूत हों।
महिला रोग विशेषज्ञ जीके बेदी ने कहा कि नॉर्मल डिलीवरी किसी भी महिला के लिए मुश्किल नहीं होती हैं। यदि महिला गर्भधारण से ही नियमित व्यायाम करती हैं, तो डिलीवरी नॉर्मल हो सकती है। नॉर्मल डिलीवरी से सबसे बड़ा फायदा होता है कि मोटापा नहीं आता है। महिलाओं के खान-पान में ज्यादा टेंशन लेने की जरूरत नहीं होती है।
डॉ. गौरी ने कहा कि आधुनिक लाइफ स्टाइल के चलते महिलाएं बच्चों को स्तनपान नहीं कराना चाहती हैं, जो कि बच्चों के साथ-साथ महिलाओं के लिए भी हानिकारक है। यदि महिलाएं नियमित स्तनपान कराती है, तो उनका वजन नहीं बढ़ता है।