LokSabha Election 2019 : माननीयों को जिताने के लिए बीवियों और पुत्रों ने संभाली कमान
इस बार का लोकसभा चुनाव कई नेताओं के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है।
चंडीगढ़, [राजेश ढल्ल]: इस बार का लोकसभा चुनाव कई नेताओं के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है। इसलिए ही दावेदारों और नेताओं के लिए जीत की पिच तैयार करने में उनके परिवार के सदस्य जुट गए हैं। जिसमें नेताओं की बीवियों ने अपने पति और पुत्रों ने अपने पिता की चुनाव प्रचार की कमान अभी से अपने हाथ में संभाल ली है। अभी तक सिर्फ आप ने पूर्व केंद्रीय मंत्री हरमोहन धवन को उम्मीदवार घोषित किया है। अभी धवन खुद कम डोर-टू-डोर प्रचार कर रहे हैं, लेकिन उनकी पत्नी सतिंदर धवन और बड़े बेटे विक्रम धवन हर दिन किसी न किसी एरिया में डोर-टू-डोर प्रचार के लिए जा रहे हैं। धवन की पत्नी और बेटे ने शहर के आधे एरिया में प्रचार कर भी लिया है। जबकि अभी कांग्रेस और भाजपा ने उम्मीदवार का नाम तय नहीं किया है। लेकिन कांग्रेस से टिकट के प्रबल दावेदार पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल की पत्नी मधु बंसल और उनके छोटे बेटे मनीष बंसल शहर में हर दिन कहीं न कहीं पर प्रचार के लिए जा रहे हैं।
हर चुनाव में परिजनों की रही है अहम भूमिका
मालूम हो कि पिछले हर चुनाव में उनकी पत्नी और बेटे की अहम भूमिका रही है। मनीष बंसल ने सोमवार को रामदरबार में अपने पिता के लिए साइकिल रैली में भाग लिया था। मधु बंसल की पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं में अच्छी पकड़ है। वहीं, आप के उम्मीदवार हरमोहन धवन की पत्नी खुद भी नगर निगम की पूर्व पार्षद रह चुकी हैं। चुनाव प्रचार के लिए बन रही रणनीति में सतिंदर धवन की सलाह अहम रहती है। शहर में अपनी स्थिति को भी भांप रहे हैं नेता धवन और बंसल एक रणनीति के तहत ही इस तरह से प्रचार कर रहे हैं, ताकि जब चुनाव बिल्कुल पास में होगा, उस समय उम्मीदवार खुलकर सामने आकर ज्यादा से ज्यादा रैलियां कर लेंगे। बीवियों और बेटों को भेजकर नेता अभी शहर में अपनी स्थिति को भांपने का प्रयास कर रहे हैं। जहां एरिया कमजोर लग रहें हैं, उन्हें मजबूत किया जा रहा है।
कांग्रेस से इस बार हैं तीन दावेदार
मालूम हो कि कांग्रेस में इस बार टिकट के लिए तीन दावेदार हैं, जिनमें बंसल के अलावा नवजोत कौर सिद्धू और मनीष तिवारी भी हैं। नवजोत कौर सिद्धू को अगर टिकट मिलती है, तो उनके पति नवजोत सिंह सिद्धू अपनी पत्नी के लिए ज्यादा से ज्यादा प्रचार करेंगे। आवाज पार्टी के उम्मीदवार अविनाश के लिए भी उनकी पत्नी कर रही है प्रचार आवाज पार्टी के उम्मीदवार अविनाश सिंह शर्मा भी सुबह और शाम जमकर प्रचार कर रहे हैं। कॉलोनियों और गांवों में एक एरिया में अविनाश खुद प्रचार कर रहे हैं, तो दूसरी जगह उनकी पत्नी सिंपल शर्मा घर-घर जाकर प्रचार कर रही हैं। अविनाश शर्मा प्रचार की पूरी रणनीति अपनी पत्नी के साथ बैठकर ही तय कर रहे हैं।
बहुएं भी उतरेंगी प्रचार में
कांग्रेस और भाजपा में उम्मीदवार तय होने पर नेताओं की बहुएं भी प्रचार के लिए घर से निकलेंगी। अगर भाजपा अध्यक्ष संजय टंडन को टिकट मिलती है, तो उनकी पत्नी, बेटे और बहुएं भी प्रचार के लिए निकलेंगी। इस समय संजय टंडन शहर में जब-जब किसी धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रम में भाग लेते हैं, तो उनकी पत्नी प्रिया टंडन उनके साथ ही होती हैं। जबकि टंडन के बेटे भी अपने पिता की समय-समय पर मदद करते हैं। जबकि सांसद किरण खेर को टिकट मिलने पर अनुपम खेर भी प्रचार के लिए शहर में आएंगे। पति अनुपम खेर ने पिछले लोकसभा चुनाव में भी अपनी पत्नी के लिए ताबड़तोड़ प्रचार किया था। फिल्म अभिनेता अनुपम खेर का शहर के लोगों में काफी क्रेज है। जबकि कांग्रेस से बंसल को टिकट मिलने पर उनकी दोनों बहुएं भी प्रचार करेंगी।