जन्माष्टमी बिना मास्क के नहीं मिलेगी मंदिरों में एंट्री
जन्माष्टमी में भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन के लिए जाने से पहले कोरोना नियमों का पालन अनिवार्य है। बिना मास्क के किसी भी श्रद्धालु को मंदिर को प्रवेश नहीं मिलेगा। मंदिर में प्रवेश के बाद हर श्रद्धालु को सेनिटाइजर का इस्तेमाल करना जरूरी होगा।
जासं, चंडीगढ़ : जन्माष्टमी में भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन के लिए जाने से पहले कोरोना नियमों का पालन अनिवार्य है। बिना मास्क के किसी भी श्रद्धालु को मंदिर को प्रवेश नहीं मिलेगा। मंदिर में प्रवेश के बाद हर श्रद्धालु को सेनिटाइजर का इस्तेमाल करना जरूरी होगा। मंदिरों में जन्माष्टमी सेलीब्रेशन के कार्यक्रम शाम चार बजे के बाद शुरू होंगे। जिसमें भक्त कोरोना नियमों के तहत फिजिकल डिस्टेसिग का पालन करते हुए दर्शन करेंगे। इसके साथ ही मंदिर में किसी प्रकार के प्रसाद को बांटने पर भी प्रतिबंध रहेगा। फूलों और रंगबिरंगी लाइटों से सजे मंदिर
जन्माष्टमी सेलीब्रेशन के लिए शहर के मंदिरों को विशेष लाइटों के साथ सजाया गया है। इसी प्रकार से गौड़ीय मठ मंदिर सेक्टर-20 और इस्कॉन मंदिर सेक्टर-36 में आर्केडा और हिमाचल प्रदेश के सिरमौर से पहुंचे चंद्रकली फूलों के साथ सजावट की गई है।
कोरोना से बचाव के लिए नियमों का पालन जरूरी
गौड़ीय मठ मंदिर के प्रवक्ता जयप्रकाश ने कहा कि कोरोना बचाव के लिए नियमों का पालन जरूरी है। नियमों का पालन करने के लिए निर्देश मुख्य गेट पर भी डिस्पले किए गए है। इसके साथ ही सेवादार मंदिर के चप्पे-चप्पे पर मौजूद रहेंगे जो कि श्रद्धालुओं से कोरोना नियमों का पालन करने की अपील करेंगे। श्रद्धालुओं से गाइडलाइन का पालन करने की अपील
सनातन धर्म मंदिर सेक्टर-7 के पुजारी पंडित आचार्य सीताराम ने बताया कि जन्माष्टमी के मौके पर नियमों के पालन के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया गया है। इसके अलावा जो भी भजन कीर्तन मंदिर में होगा उसमें भी लगातार नियमों का पालन करने की अपील की जाएगी ताकि कोरोना संक्रमण पूरी तरह से रूक सके और हम त्यौहार बेहतर तरीके से मना सके।