Garbage free city में जब लड़ाई फाइव स्टार के लिए थी, तो थ्री स्टार पर क्यों जाहिर की जा रही खुशीः सतीश कैंथ
पूर्व डिप्टी मेयर सतीश कैंथ ने प्रशासक वीपी सिंह बदनौर को लिखे पत्र में कहा है कि भाजपा शासित नगर निगम हर साल मापदंडों को फाइव स्टार के लिए पूरा नहीं कर पा रही है।
चंडीगढ़, जेएनएन। गारबेज फ्री सिटी में थ्री स्टार रेटिंग मिलने पर कांग्रेस पार्षद सतीश कैंथ ने नगर निगम की कारगुजारी पर सवाल खड़ा किया है। पूर्व डिप्टी मेयर सतीश कैंथ ने प्रशासक वीपी सिंह बदनौर को लिखे पत्र में कहा है कि भाजपा शासित नगर निगम हर साल मापदंडों को फाइव स्टार के लिए पूरा नहीं कर पा रही है। जबकि फाइव स्टार के तहत होने वाले कार्यों पर खूब खर्चा हो रहा है, जोकि स्व्च्छता रैकिंग के नाम पर बर्बाद किया जा रहा है। नगर निगम की वित्तीय हालत पहले ही खस्ता है।
कैंथ ने पत्र में यह भी कहा है कि उन्हें यह भी जानकारी मिली है कि थ्री स्टार रेटिंग होने से अब चंडीगढ़ स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 की रैकिंग में टाॅप-10 से बाहर हो गए हैं। सदन में डोर-टू-डोर गारबेज कलेक्टर्स के साथ एमओयू और डड्डूमाजरा के डपिंग ग्राउंड के मामले पर चर्चा भी हुई लेकिन काम कुछ नहीं हुआ। इसके बावजूद उन्हें इस बात की हैरानी है कि थ्री स्टार रेटिंग आने पर भी भाजपा के पार्षद खुश हो रहे हैं। उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि वह फाइव स्टार के लिए प्रतियोगिता में शामिल थे।
कैंथ ने पत्र में यह भी कहा है कि ऐसा इसलिए हुआ है कि क्योंकि समय समय पर विपक्षी दल से इसके लिए कोई सुझाव नहीं लिए गए। इसमें कोई दोहराए नहीं है कि सफाई कर्मचारियों और नगर निगम के कर्मचारियों ने अपने स्तर पर रेटिंग सुधारने के लिए काफी मेहनत की है और इसकी वह दिल से प्रंशसा करते हैं। कैंथ ने पत्र में प्रशासक वीपी सिंह बदनौर को हस्ताक्षेप कर नगर निगम को स्वच्छता रैकिंग के सभी पैरामीटर पूरे करने के निर्देश जारी करने की मांग की है। मालूम हो कि मंगलवार को केंद्र सरकार की ओर से चंडीगढ़ को थ्री स्टार रेटिंग दी है।