कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत का बड़ा बयान, कहा- पंजाब में अमरिंदर सिंह के बाद 'कैप्टन' कौन, वह खुद तय करेंगे
पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह के बाद कौन? इस सवाल के जवाब में कांग्रेस के पंजाब प्रभारी हरीश रावत का कहना है कि इसका फैसला कैप्टन ही करेंगे। वैसे भी अगली पीढ़ी को कमान सौंपने के लिए किसी को तैयार करना भी उनकी ही जिम्मेदारी है।
चंडीगढ़ [इन्द्रप्रीत सिंह] । मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amarinder Singh) नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) के बीच बनी दूरी को पाटने की कोशिश के बीच कांग्रेस के पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश रावत (Harish Rawat) ने कहा है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह के बाद उनकी जगह कौन लेगा, यह फैसला तो खुद कैप्टन ही करेंगे।
वह सवाल का जवाब दे रहे थे कि 2017 में कैप्टन ने कहा था कि यह उनका अंतिम चुनाव है। कैप्टन ने कांग्रेस के लिए बहुत कुछ किया और बदले में भी पार्टी ने भी उन्हें बहुत कुछ दिया है। अब किसी भी मोड़ पर जब उन्हें लगेगा कि बस, बहुत हो गया तो अगली पीढ़ी को कमान सौंप देंगे। वैसे भी अगली पीढ़ी को कमान सौंपने के लिए किसी को तैयार करना भी उनकी ही जिम्मेदारी है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहते हुए एनडी तिवारी और उनके बीच किसी विवाद की शिकायत इंदिरा गांधी से करने का उदाहरण देते हुए रावत ने कहा कि तब इंदिरा गांधी ने एनडी तिवारी से कहा था कि अपनी भावी पीढ़ी को तैयार करना भी तो आपकी जिम्मेदारी है, क्या आप ऐसा कर रहे हैं। हरीश रावत ने कहा कि इस तरह के मौके हर पार्टी में आते हैं और मुझे लगता है कि जहां पुरानी पीढ़ी को अगली पीढ़ी की तैयारी करवानी है वहीं नई पीढ़ी को भी अपने सीनियर्स का आदर करना चाहिए, जिन्होंने पार्टी को यहां तक पहुंचाया है।
हरीश रावत ने कहा कि खेती बिलों को लेकर नवजोत सिंह सिद्धू ने जिस तरह कैप्टन अमरिंदर सिंह के फैसले का स्वागत किया है मुझे लगता है कि वह सही दिशा में काम कर रहे हैं। कैप्टन ने भी सिद्धू को बिलों पर बोलने का मौका दिया। रावत ने कहा कि मैं दोनों के बीच में कोई मध्यस्था नहीं कर रहा हूं, वही कर रहा हूं जो मेरी प्रधान ने मुझसे करने को कहा है। अगर मुझे लगेगा कि कोई बात पार्टी के खिलाफ हो रही है तो मुझे मेरा दूसरा काम भी पता है।
पार्टी सांसद रवनीत बिट्टू द्वारा नवजोत सिद्धू को अपनी पार्टी बनाने की सलाह देने के बारे में उन्होंने कहा कि कुछ काम तो हमारे लिए होना चाहिए, नहीं तो मैं बे-काम हो जाऊंगा। सिद्धू के अलावा प्रताप सिंह बाजवा (Pratap Singh Bajwa) और शमशेर सिंह दूलो (Shamsher Singh Dulo) जैसे नेताओं पर भी उन्होंने कहा कि ये लोग पार्टी के स्तंभ हैं और जो भी हल निकाला जाएगा, इनको साथ लेकर ही निकाला जाएगा।