वाटर स्पोर्ट्स सेंटर के तौर पर अपनी अलग पहचान रखती है सुखना
सुखना लेक पर्यटकों के आकर्षण का ही केंद्र नहीं है बल्कि एक बड़ा वाटर स्पोर्ट्स सेंटर भी है। मौजूदा समय में सुखना लेक पर पंजाब यूनिवर्सिटी यूटी स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट आइटीबीपी और पंजाब पुलिस की टीमों के कोचिग सेंटर भी सुखना लेक पर ही हैं।
विकास शर्मा, चंडीगढ़
सुखना लेक पर्यटकों के आकर्षण का ही केंद्र नहीं है, बल्कि एक बड़ा वाटर स्पोर्ट्स सेंटर भी है। मौजूदा समय में सुखना लेक पर पंजाब यूनिवर्सिटी, यूटी स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट, आइटीबीपी और पंजाब पुलिस की टीमों के कोचिग सेंटर भी सुखना लेक पर ही हैं। सुखना पर मौजूदा समय में रोइंग, ड्रैगन बोट, कयाकिग एंड कैनोइंग के कोचिग सेंटर चलते हैं। शहर में वाटर स्पोर्ट्स को अगले स्तर पर ले जाने के लिए यूटी स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट ने हाल ही में खेल मंत्रालय को सुखना लेक पर नेशनल रोइंग अकादमी स्थापित करने का भी प्रपोजल दिया है। ऐसे में अगर सुखना लेक को नेशनल रोइंग एकेडमी के तौर पर विकसित किया जाता है तो वाटर स्पोर्ट्स से जुड़े खिलाड़ियों को कई तरह की अतिरिक्त सुविधाएं मिलेंगी। यहां कई इंटरनेशनल स्तर के इवेंट हो चुके हैं आयोजित
सुखना लेक पर कई इंटरनेशनल स्तर के इवेंट भी आयोजित हो चुके हैं। यूटी स्पोर्ट्स के रोइंग कोच अरविद सहगल बताते हैं कि सुखना लेक पर वर्ष 1993 में एशियन चैंपियनशिप, वर्ष 1989 सीनियर एशियन चैंपियनशिप, वर्ष 2000 में एशियन चैंपियनशिप आयोजित हुई थी। इसके अलावा वर्ष 2019 में ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी चैंपियनशिप और ऑल इंडिया ड्रैगन बोट चैंपियनशिप का आयोजन भी सुखना लेक पर हुआ था। पंजाब यूनिवर्सिटी की तरफ से आयोजित होने वाले इंटर कॉलेज वाटर स्पोर्ट्स के इवेंट भी हर दो तीन साल बाद सुखना लेक पर ही आयोजित होते हैं। इसी साल होने वाले एशियन ड्रैगन बोट चैंपियनशिप भी चंडीगढ़ में आयोजित होगी। इसका शेड्यूल अभी नहीं आया है। यूटी स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट खोलेगा वाटर स्पोर्ट्स अकादमी
यूटी स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट मौजूदा समय में हॉकी, क्रिकेट और फुटबाल अकादमी चलता है। इन अकादमियों में ट्रायल के बाद खिलाड़ियों का सलेक्शन किया जाता है। इसमें सात साल के लिए खिलाड़ी चयनित किए जाते हैं, जोकि 17 साल की उम्र तक अकादमी में रहकर खेल के गुर सीखते हैं। इन खिलाड़ियों की पढ़ाई, रहने, खाने -पीने संबंधी तमाम तरह के खर्चे यूटी स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट की तरफ से उठाए जाते हैं। इसी कड़ी में यूटी स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट सुखना लेक को वाटर स्पोर्ट्स एकेडमी के तौर पर विकसित करने की घोषणा कर चुका है। अरविद सहगल बताते हैं कि सुखना लेक पर वाटर स्पोर्ट्स अकादमी बनाने की स्थिति में स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट को कोई अतिरिक्त खर्च नहीं करना पड़ेगा। पिछले साल मिला था शहर के पूर्व रोइंग खिलाड़ी को ध्यानचंद अवार्ड
लेक क्लब स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स की अहमयित का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पिछले साल शहर के पूर्व रोइंग खिलाड़ी व ओलंपियन मंजीत सिंह को ध्यानचंद अवार्ड मिला था। मंजीत सिंह शहर के पहले रोइंग खिलाड़ी हैं, जिन्हें इतना बड़ा खेल सम्मान मिला। मंजीत सिंह दो बार ओलंपिक में हिस्सा ले चुके हैं और एशियन गेम्स में खेलते हुए दो सिल्वर मेडल जीते हैं।