सरकारी स्कूलों के स्टूडेंट्स को मिलेगा साफ पानी, 60 स्कूलों में लगेंगे वाटर प्यूरीफायर
शहर के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को अब जल्द ही पीने के लिए प्यूरीफाई वाटर मिलेगा। यह पहली बार है, जब स्टूडेंट्स के लिए इस प्रकार का निर्णय लिया गया है।
जेएनएन, चंडीगढ़। शहर के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को अब जल्द ही पीने के लिए प्यूरीफाई वाटर मिलेगा। यह पहली बार है, जब स्टूडेंट्स के लिए इस प्रकार का निर्णय लिया गया है।इससे पहले स्टूडेंट्स को प्लास्टिक की टंकी में रखा हुआ पानी पीने के लिए मिलता था या फिर स्टील की टंकियों का पानी पीने को दिया जाता था। प्लास्टिक की टंकियों की सबसे बड़ी परेशानी आती थी कि बहुत बार उन पर ढक्कन नहीं होते थे। जिसके कारण पानी में बहुत सारी गंदगी भरी रहती थी और बच्चों को पेट की बीमारियों से जूझना पड़ता था। इसके अलावा स्टील की टंकियां भी खराब होने के कारण पानी बाहर नहीं निकल पाता था। उसको देखते हुए समग्र शिक्षा अभियान के तहत तीन करोड़ रुपये का बजट मिला है। जोकि शहर के 60 स्कूलों में वाटर प्यूरीफाई करने के लिए अलग से प्रोजेक्ट बनाया गया है।
शहर में 114 स्कूल, पहले सत्र में जल्द होगा काम शुरू
शहर में 114 सरकारी स्कूल हैं। जिसमें पहली बार 60 स्कूलों में वाटर प्यूरीफाई लगाने को मंजूरी मिली है। विभाग ने पहली बार वाटर प्यूरीफाई के लिए फंड मांगा था, जिसमें मात्र तीन करोड़ रुपये ही मिले हैं। इसके बाद अब एक स्कूल के लिए मात्र पांच लाख रुपये की राशि निर्धारित की गई है।
इंजीनियरिंग विभाग को ट्रांसफर किया फंड
समग्र शिक्षा का बजट शिक्षा विभाग को नवंबर के तीसरे सप्ताह मिला था। जिसे इंजीनियरिंग विभाग को ट्रांसफर कर दिया गया है। इसके बाद अब इंजीनियरिंग विभाग पहले स्कूलों का सर्वे करेगा और उसके बाद आरओ लगाकर वाटर को प्यूरीफाई करने का कार्य शुरू किया जाएगा।
एक हजार लीटर पानी होगा प्यूरीफाई
सरकारी स्कूलों में ढाई हजार तक स्टूडेंट्स पढ़ाई कर रहे हैं। जिनके लिए एक समय में एक हजार लीटर पानी प्यूरीफाई किया जाएगा। इसके लिए स्कूल की छतों पर अलग से ईंट या फिर स्टील की टंकी बनाई जाएगी। टंकी की सुरक्षा के लिए अलग से टीन का शेड या फिर सीमेंट की छत को डाला जाएगा।
यह कहते हैं डायरेक्टर
स्कूल एजुकेशन के डायरेक्टर आरएस बराड़ का कहना है कि समग्र शिक्षा अभियान के तहत मिला बजट इंजीनियरिंग विभाग को ट्रांसफर कर दिया गया है। आगे का कार्य वही करेगा। शिक्षा विभाग स्टूडेंट्स को प्यूरीफाई वाटर देने के लिए प्रतिबद्ध है।