450 टन में से 200 टन कचरा ही प्रोसेस हो रहा, निपटारे के लिए शहर में लगेगा वेस्ट टू एनर्जी प्लांट
प्रशासक के सलाहकार मनोज परिदा भी चाहते हैं कि इस तरह का प्लांट लगना चाहिए। ऐसे में अब कचरे से बिजली बनाई जाए या फिर फ्यूल बनाया जाए। इस पर अधिकारी मंथन करेंगे।
चंडीगढ़, जेएनएन। नगर निगम कमिश्नर केके यादव ने अतिरिक्त कमिश्नर एसके जैन और एमओएच डॉ. अमृत वडिंग को शहर में वेस्ट टू एनर्जी प्लांट लगाने के लिए रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा है। एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश हैं। सोमवार को कमिश्नर केके यादव के नेतृत्व में रिव्यू बैठक हुई जिसमें कमिश्नर ने कहा कि डड्डूमाजरा के जेपी प्लांट की ओर से कचरे को प्रोसेस करके आरडीएफ बनाया जा रहा है। लेकिन इस आरडीएफ का प्लांट प्रयोग और बेच नहीं पा रहा है। इसलिए वेस्ट टू एनर्जी प्लांट लगाया जाना चाहिए।
बैठक में कमिश्नर ने कहा कि सलाहकार मनोज परिदा भी चाहते हैं कि इस तरह का प्लांट लगना चाहिए। ऐसे में अब कचरे से बिजली बनाई जाए या फिर फ्यूल बनाया जाए। इस पर अधिकारी मंथन करेंगे। देश में जिन जगह पर वेस्ट टू एनर्जी प्लांट लगे हैं, उन्हें भी नगर निगम स्टडी करने के लिए जाएगा।
शहर में प्रतिदिन निकलता है 450 टन कचरा
शहर में प्रतिदिन 400 से 450 टन कचरा निकलता है लेकिन प्लांट 150 से 200 टन ही प्रोसेस कर रहा है। ऐसे में इस समय जेपी प्लांट के अंदर और डंपिंग ग्राउंड में कचरे के ढेर लग गए हैं। कई बार कचरा उठाने वाली गाड़ियां कई-कई घंटे प्लांट के भीतर जाने के लिए घंटों खड़ी रहती हैं। एमओएच डॉ. अमृत वडिंग का कहना है कि वेस्ट टू एनर्जी प्लांट शहर में लगाने के लिए कमिश्नर की ओर से कहा गया है जिसकी रिपोर्ट जल्द तैयार कर ली जाएगी।
पेट्रोल पंप इंजीनियरिंग विंग को नहीं दिया जाएगाः कमिश्नर
रिव्यू बैठक में प्रशासन की ओर से हाल ही में दी गई दो पेट्रोल पंप की साइट्स पर मंथन किया गया। जिसमें रोड विंग के सुपरिंटेंडेट इंजीनियर संजय अरोड़ा ने कहा कि पेट्रोल पंप चलाने के लिए इंजीनियरिंग विंग को दे दिया जाए। जिस पर कमिश्नर ने कहा कि इंजीनियरिंग विंग को तो कतई पंप चलाने के लिए नहीं दिया जाएगा। संपदा विभाग को पेट्रोल पंप चलाने को दिया जाएगा। बैठक में अतिक्रमण हटाओ दस्ते को कहा गया है कि जो पार्किंग में डंप वाहन खड़े हुए हैं, उन्हें हटाने के लिए नोटिस जारी किए जाएं।