सेक्टर-17 बस स्टैंड में बिकी सब्जियां, लेकिन संक्रमण का खतरा भी बढ़ा
परिचालकों की ओर से संबंधित राज्यों के लिए जाने वाली बसों की आवाजें लगती थी।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : सेक्टर-17 बस स्टैंड के काउंटरों पर जहां कर्फ्यू से पहले टिकट खरीदी जाती थी और परिचालकों की ओर से संबंधित राज्यों के लिए जाने वाली बसों की आवाजें लगती थी। वहां पर मंगलवार को नजारा अलग दिखा। यहां पर सब्जियों और फल के रेट तय होने की बोलियां लगी। मार्केट कमेटी के अनुसार सेक्टर-26 मंडी के बजाय मंगलवार को सेक्टर-17 में सब्जियों और फलों की ज्यादा गाड़ियां आई। 64 सीटीयू बसों में पहले सब्जियां और फल लोड किए गए, वहीं, इसके बाद 487 वेंडर्स को सब्जियां और फल रिहायशी इलाकों में बेचने के लिए दिए गए। पहले दिन मंडी की स्थिति का जायजा लेने के लिए नगर निगम कमिश्नर केके यादव खुद ही सेक्टर-17 बस स्टैंड में पहुंच गए। बस स्टैंड के बाहर वाली सड़क पर रेहड़ियों की लंबी लाइनें लग गई। कमेटी के अनुसार 350 गाड़ियां दूसरे राज्यों से आई जिसमें सब्जियां और फल थे। मंगलवार को अकेले प्याज की 60 गाड़ियां मंडी में आई। सेक्टर-17 बस स्टैंड में आढ़तियों और वेंडर्स को कारोबार करने के लिए सेक्टर-26 के मुकाबले बेहतर माहौल मिला। पल्लेदार नाममात्र ही आए
पहले दिन सेक्टर-17 बस स्टैंड में शिफ्ट की गई मंडी में सामान उठाने वाले पल्लेदार नाममात्र आए जिस कारण कई वेंडर्स को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। नगर निगम ने अब नाई, धोबी, साइकिल रिपेयर और चाय बेचने वालों के भी पास बना दिए हैं। ऐसे में जब यह लोग मंडी के भीतर खरीदारी करने के लिए गए लेकिन वापसी में बस स्टैंड से बाहर रेहड़ी तक आने के लिए खुद ही भारी भरकम सामान की बोरियां उठानी पड़ी। मंडी में चाय वाले का तापमान मिला 103 डिग्री, फैली दहशत
मंडी में भी कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा पहुंच गया। मंगलवार सुबह एक महिला पुलिस कर्मचारी में कोरोना की पुष्टि हुई है। इस महिला पुलिस कर्मचारी की ड्यूटी सेक्टर-26 मंडी में ही थी। महिला कर्मचारी का काम यह सुनिश्चित करना था कि यहां पर ग्रेन मार्केट की दुकानें ईवन-ऑड सिस्टम से खुले। महिला कर्मचारियों के साथ नगर के दो जेई भी थे। ऐसे में अब इन जेई को भी होम क्वारंटाइन करने की जरूरत पड़ेगी। हर एंट्री करने वाले की स्क्रीनिंग
सेक्टर-17 बस स्टैंड पर बनाई गई अस्थायी मंडी में उस समय सुबह दशहत का माहौल हो गया जब एक चाय सप्लाई करने वाले राजू को जब स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मंडी के भीतर एंट्री करते हुए चेक किया तो उसके शरीर का तापमान 103 डिग्री मिला। इतना तेज बुखार होने पर उसे संदिग्ध मरीज में शामिल करके उसके सैंपल ले लिए। कोरोना सस्पेक्ट मिलने पर यहां के व्यापारियों में हड़कंप मच गया है। अगर राजू के सैंपल पॉजिटिव आते हैं तो मंडी में संक्रमण फैलने की ज्यादा आशंका है क्योंकि राजू यहां के कई आढ़तियों और वेंडर्स के संपर्क में था। यहां पर हर एंट्री करने वाले का फ्लू चेक किया जा रहा है। मंडी के बाहर कर्मचारियों की ड्यूटी शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए लगाई गई है। अब शहर में लगने वाले किसान मंडियों में काम करने वाले वेंडर्स भी मांग कर रहे हैं कि उनके भी सब्जियां बेचने के पास बनाए जाएं।