सरकारी स्कूलों में वाटिका क्लास शुरू होगी बड़ी चुनौती
सात हजार नर्सरी और प्री नर्सरी के लिए विभाग के पास हैं सिर्फ 26 टीचर।
सुमेश ठाकुर, चंडीगढ़ : शहर के सरकारी स्कूलों में वाटिका क्लास को शुरू करना बड़ी चुनौती रहेगी। विभाग के पास पहले से ही टीचर्स की बड़ी कमी है। इस समय शहर के 114 सरकारी स्कूलों में से 90 में नर्सरी और प्री नर्सरी क्लास चल रही हैं। इन 90 स्कूलों में सात हजार स्टूडेंट्स पढ़ाई भी कर रहे हैं, लेकिन इन्हें पढ़ाने वाला विशेषज्ञ टीचर्स की संख्या मात्र 26 हैं। स्टूडेंट्स का समय खराब न हो इसके लिए शहर के प्रिसिपल और हेडमास्टर ने स्कूल में कार्यरत जेबीटी टीचर्स की ड्यूटी नर्सरी क्लासों को पढ़ाने के लिए लगा रखी है जिसके कारण जेबीटी टीचर्स के पास काम की अधिकतता और उनके खुद के परिणाम में फर्क देखने को मिलता है। वाटिका क्लास शुरू होने से बढ़ेंगे चार हजार स्टूडेंट्स
न्यू एजुकेशन पॉलिसी के अनुसार स्टूडेंट्स का एडमिशन तीन साल की उम्र में करना होगा। तीन साल की उम्र में वह पहले वाटिका क्लास को पास करेगा और उसके बाद प्री नर्सरी और नर्सरी करता हुआ पहली कक्षा में प्रवेश पाएगा। इस समय तक प्री नर्सरी और नर्सरी क्लास शहर के 90 मॉडल स्कूलों में चल रही है लेकिन न्यू एजुकेशन पॉलिसी के शुरू होने के बाद शहर के सभी 114 सरकारी स्कूलों में वाटिका, प्री नर्सरी और उसके बाद नर्सरी क्लास शुरू हो जाएंगी, जिन्हें पढ़ाने के लिए विभाग को एक्सपर्ट टीचर्स की जरूरत होगी। एक 14 महीने में नहीं भरी 131 पोस्ट
न्यू एजुकेशन पॉलिसी के शुरू होने से विभाग सवालों के घेरे में आ जाएगा। विभाग की तरफ से एनटीटी की सफल आखिरी भर्ती वर्ष 2015 में की गई की थी, जिसमें 80 के करीब टीचर्स को ज्वाइनिग मिली थी। उसके बाद 18 अक्टूबर 2019 को 131 पोस्ट भरने की प्रक्रिया शुरू की, लेकिन भर्ती नियमों में फंसकर उनमें से एक भी पोस्ट आज तक नहीं भरी गई हैं। वाटिका क्लास में 25 स्टूडेंट्स का होगा सेक्शन
वाटिका क्लास अप्रैल 2021 से शुरू होगी। न्यू एजुकेशन पॉलिसी के तहत वाटिका क्लास के एक सेक्शन में 25 स्टूडेंट्स रहेंगे। वर्तमान समय में नर्सरी और प्री नर्सरी क्लासों में 30 से 40 स्टूडेंट्स की पढ़ाई करवाते हैं।