Move to Jagran APP

तेजस ट्रेन-18 के बाद अब चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन से वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने का झुनझुना

चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन से अब तेजस और ट्रेन-18 की जगह वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने का प्रपोजल चल रहा है।

By Edited By: Published: Tue, 14 May 2019 09:50 PM (IST)Updated: Thu, 16 May 2019 09:59 AM (IST)
तेजस ट्रेन-18 के बाद अब चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन से वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने का झुनझुना
तेजस ट्रेन-18 के बाद अब चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन से वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने का झुनझुना

चंडीगढ़, [विकास शर्मा]: चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन से अब तेजस और ट्रेन-18 की जगह वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने का प्रपोजल चल रहा है। यह कहना है नॉर्थ रेलवे के जीएम टीपी सिंह का। उन्होंने यह बात वेंडर डेवलपमेंट मीट के दौरान मीडिया से बातचीत में कही। उन्होंने कहा कि रेलवे की ओर से पूरे देश में रेलवे पेयर्स को बढ़ाने का काम किया जा रहा है। इसी कड़ी में चंडीगढ़-दिल्ली के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने की योजना है। यह ट्रेन इस रूट पर 150 किलोमीटर की रफ्तार दौड़ेगी।

loksabha election banner

रेलवे की ओर से वंदे भारत एक्सप्रेस दिल्ली-वाराणसी के बीच चलाई जा रही है, इसका दूसरा रैक आ गया है। उन्होंने कहा कि इस ट्रेन के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। वंदे भारत एक्सप्रेस देश की पहली ट्रेन है जो इंजन रहित रहेगी। इस ट्रेन को बनाने के लिए रेलवे की तरफ से 100 करोड़ रुपये खर्चे किए जा रहे हैं। इस ट्रेन में 16 कोच होंगे और 1100 लोगों की बैठने की क्षमता रहेगी।

यात्रियों से मिल रहा अच्छा फीडबैक

टीपी सिंह ने बताया कि ट्रेनों में दी जा रही सुविधाओं में लगातार इजाफा हो रहा है। साफ-सफाई के मामले यात्रियों ने अच्छा फीडबैक दिया है। ट्रेन के सभी कोच में एक सुपरवाइजर होता है जिसके अंडर दो सफाई कर्मी काम करते हैं। वॉशरूम में बायोटॉइलट है जिसकी सफाई समय-समय पर होती रहती है। इसके अलावा ट्रेन में मिलने वाले खाने की गुणवत्ता अच्छी है। 10 में से 8 लोगों ने उसे उत्तम और एक-एक ने इसे अच्छा और औसत बताया है। नई दिल्ली से ट्रेन छूटने के बाद पहले यात्रियों को अखबार दिया जाता है। 

लोगों को पसंद अा रही सुविधाएं

यह सब सुविधाएं हैं लोगों को खूब पसंद आ रही हैं। वेंडर पैमेंट हो रही ऑनलाइन इसलिए अब दिक्कत नहीं वेंडर टीपी सिंह ने बताया कि रेलवे की ओर से तकरीबन 50 हजार करोड़ रुपये का बिजनेस एक साल में होता है। हमारी कोशिश है कि लघु उद्योग, कुटीर उद्योग और रेलवे के बीच तालमेल बनाया जा सके। इससे की वेंडर रेलवे के सामान तैयार करें। उन्होंने कहा कि अब रेलवे की ओर से सभी टेंडर ऑनलाइन किए गए हैं, इसके साथ वेंडर को पैमेंट भी ऑनलाइन किया गया है जिसके बारे में वेंडरों को जानकारी दी गई है। इसके साथ ही हमारी कोशिश है कि छोटी इंडस्ट्रिज रेलवे के साथ काम करे। पहले वेंडरों की समस्याओं के बारे में बताया कि पहले इनकी पैमेंट तथा कई कार्य में रूकावट आती थी, लेकिन अब ऐसा कुछ नही हैं। इसलिए वेंडर को आना चाहिए।

हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें 

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.