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शहर के खिलाड़ी अब जीतेंगे ज्यादा मेडल

शहर के खिलाड़ी ज्यादा से मेडल जीतें इसके लिए स्पो‌र्ट्स डिपार्टमेंट में अपना ब्लू प्रिट तैयार कर लिया है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 25 Dec 2019 07:20 PM (IST)Updated: Thu, 26 Dec 2019 06:13 AM (IST)
शहर के खिलाड़ी अब जीतेंगे ज्यादा मेडल
शहर के खिलाड़ी अब जीतेंगे ज्यादा मेडल

विकास शर्मा, चंडीगढ़ : शहर के खिलाड़ी ज्यादा से मेडल जीतें इसके लिए स्पो‌र्ट्स डिपार्टमेंट में अपना ब्लू प्रिट तैयार कर लिया है। यूटी स्पो‌र्ट्स डिपार्टमेंट की दलील है कि अब खिलाड़ियों को एक जैसी खेलों की कोचिग एक ही स्पो‌र्ट्स कांप्लेक्स में दी जाएगी। इससे कोच को खिलाड़ियों की प्रतिभा निखारने में मदद मिलेगी, दूसरा खिलाड़ियों को आपसी प्रतियोगिता में एक-दूसरे की खेल तकनीकी को समझने में आसानी मिलेगी। स्पो‌र्ट्स कांप्लेक्स को बनाया जा रहा है सेंटर ऑफ एक्सीलेंस

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यूटी स्पो‌र्ट्स डिपार्टमेंट की तरफ से अब स्पो‌र्ट्स कांप्लेक्स को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाया जा रहा है। इसी दिशा में आगे बढ़ते हुए विभाग ने अब प्रत्येक स्पो‌र्ट्स कांप्लेक्स को एक खास खेल के लिए प्रमोट करना शुरू कर दिया है। विभाग की तरफ से स्पो‌र्ट्स कांप्लेक्स-56 में सिर्फ मार्शल आ‌र्ट्स से जुड़ी खेले होंगी। इस स्पो‌र्ट्स कांप्लेक्स में बॉक्सिग, ताईक्वांडो और जूडो की स्पेशल कोचिग दी जा रही है। इसके अलावा अन्य स्पो‌र्ट्स कांप्लेक्स में बैडमिटन, टेबल टेनिस और स्विमिग की भी कोचिग दी जाएगी। स्पो‌र्ट्स कांप्लेक्स -38 को बैडमिटन का सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाया जा रहा है। स्पो‌र्ट्स कांप्लेक्स-7 को एथलेटिक्स, वॉलीबाल और बास्केटबाल, स्पो‌र्ट्स कांप्लेक्स-42 को वेटलिफ्टिग, कबड्डी, खो-खो, फुटबाल और हॉकी, सुखना लेक को वाटर स्पो‌र्ट्स और मनीमाजरा स्पो‌र्ट्स कांप्लेक्स को रेसलिग का सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाया गया है। शहर के खिलाड़ी अब जीतेंगे ज्यादा मेडल

यूटी स्पो‌र्ट्स डायरेक्टर तेजदीप सैनी ने बताया कि उनकी प्रमुखता यही है कि ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ी स्पो‌र्ट्स कांप्लेक्स में जाकर खेलें। ज्यादा स्पो‌र्ट्स कांप्लेक्स में बैडमिटन, स्विमिग और टेबल टेनिस जैसी खेलों का इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया गया है। इसी कड़ी में यूटी स्पो‌र्ट्स डिपार्टमेंट ने सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की दिशा में आगे बढ़ना शुरू कर दिया है। उन्होंने बताया कि सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाने के दो फायदे हैं। पहला यह कि कोच के सामने बेहतर खिलाड़ियों को तलाशने का विकल्प होगा। दूसरा खिलाड़ी भी जब अपने से प्रतिभावान खिलाड़ियों से मुकाबला करेंगे तो यकीनन उनके खेल प्रदर्शन में सुधार होगा।


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