जीरकपुर के फर्जी कॉल सेंटर को खंगाल रही यूटी पुलिस, छह आरोपितों की गिरफ्तारी से कई खुलासे होने की संभावना
साइबर सेल टीम छापामारी और पड़ताल के बाद कई बड़े खुलासे होने की दावा कर रही है। मामले में छह आरोपितों को साइबर सेल की टीम ने गिरफ्तार किया है। आरोपित की निशानदेही पर 30 मोबाइल सिम कार्ड्स 10 रजिस्टर्स-डायरी और चार लाख रुपये नगदी की बरामदगी हुई है।
चंडीगढ़, [कुलदीप शुक्ला]। जीरकपुर में फर्जी कॉल सेंटर खोल पॉलिसी मैच्योर होने के झांसे में फंसाकर अॉनलाइन ठगी करने के मामले में साइबर सेल की टीम रेड कर रही है। साइबर सेल टीम छापामारी और पड़ताल के बाद कई बड़े खुलासे होने की दावा कर रही है। मामले में छह आरोपितों को साइबर सेल की टीम ने गिरफ्तार किया है।
आरोपित की निशानदेही पर 30 मोबाइल, सिम कार्ड्स, 10 रजिस्टर्स-डायरी और चार लाख रुपये नगदी की बरामदगी हुई है। गिरफ्तार आरोपितों की पहचान पंजाब के ढकोली स्थित किशनपुरा ग्रीन फिल्ड होम में रहने वाले 38 वर्षीय योगेश वर्मा, अंबाला कैंट के बी सी बाजार के रहने वाले प्रनव, डेराबस्सी स्थित गुरमोहर सिटी के रहने वाले मनीश कुमार राय, सनी इंक्लेव सेक्टर-125 में रहने वाले शुभम भारद्वाज, पंचकूला सेक्टर-17 स्थित राजीव कालोनी के रहने वाले अर्जून यादव और जवाहरपुर के रहने वाले राकेश कुमार के तौर पर हुई हैं। पुलिस ने आरोपितों को कोर्ट में पेश कर तीन दिन रिमांड हासिल की है।
साइबर सेल में सेक्टर-44 सी के रहने वाले बुजुर्ग 70 वर्षीय निर्मल सिंह ने शिकायत दी थी। शिकायतकर्ता ने बताया कि एक कॉल आई थी और उसने बताया कि अापकी इंश्योरेंस पॉलिसी मैच्योर हो गई है। अब उन्हें ज्यादा मुनाफा सहित पैसा वापस किया जा रहा है। शिकायतकर्ता ने 25 लाख रुपये की एक पॉलिसी काफी समय पहले ले रखी थी। उन्हें लगा कि शायद उसकी 25 लाख रुपये वाली पॉलिसी पूरी हो चुकी है। जिसके बाद आरोपित कॉल करने वाले ने पॉलिसी के पैसे पर टैक्स लगने का झांसा देकर उनसे एक लाख 65 हजार रुपये ट्रांसफर करवा लिया। इस धोखाधड़ी का खुलासा उन्हें बैंक अकाउंट चेक करने और बैंक कर्मियों से संपंर्क करने के बाद चला। जिसकी शिकायत बैंक अधिकारियोें के साथ साइबर सेल और संबंधित थाना पुलिस को दी थी।
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें