पुलिस अपने ही कर्मी के बेटे की मौत का केस नहीं कर सकी साबित, आरोपित बरी Chandigarh News
14 जून 2017 को अनिरुद्ध अपने दोस्त मनवीर और गगनदीप के साथ घर से निकला था। लेकिन वह घर वापस नहीं आया। 18 जून को नाडा साहिब के पास पुलिस को उसका शव मिला।
चंडीगढ़, जेएनएन। यूटी पुलिस अपने ही विभाग में कार्यरत कांस्टेबल के बेटे अनिरुद्ध की नशे की ओवरडोज से मौत होने के मामले में कहानी साबित नहीं कर सकी। पुलिस द्वारा आरोपित बनाए मृतक अनिरुद्ध के दोनों दोस्तों मनवीर मल्होत्रा और गगनदीप जिला अदालत से बरी हो गए हैं। उनके वकील ने कोर्ट में बताया कि अनिरुद्ध ने खुद ही नशे का सेवन किया था। मामले में गगनदीप की जमानत हो गई और मनवीर गिरफ्तारी के बाद से जेल में है। सेक्टर-19 थाना पुलिस ने दोनों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की धारा के तहत केस दर्ज किया था।
दर्ज एफआइआर के मुताबिक 14 जून 2017 को पुलिस लाइन में रहने वाला अनिरुद्ध अपने दोस्त मनवीर और गगनदीप के साथ घर से निकला था। लेकिन वह घर वापस नहीं आया और उसका नंबर भी स्विच ऑफ आ रहा था। परिजनों ने अपने स्तर पर तलाश करने के बाद पुलिस में शिकायत दी। जिसके बाद 18 जून को नाडा साहिब के पास पंचकूला पुलिस को युवक का शव मिला था। जिसकी तीन-चार दिनों पहले मौत हो चुकी थी। यूटी पुलिस से संपर्क के बाद मृतक की 19 वर्षीय अनिरुद्ध के तौर पर हुई थी। पुलिस ने जांच के बाद उसके दोस्त मनवीर और गगनदीप के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था।
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