यूटी इंप्लाइज यूनियन का आरोप, कर्मचारियों का हो रहा शोषण, मूक दर्शक बना चंडीगढ़ प्रशासन
चंडीगढ़ कोऑर्डिनेशन कमेटी ऑफ गवर्नमेंट एंड एमसी इंप्लाइज एंड वर्कर्स यूटी की 8 जनवरी को कन्वेंशन होगी। इसको लेकर प्रशासन के विभिन्न विभागों में बैठकों का दौर जारी है। कोऑर्डिनेशन कमेटी का आरोप है कि ठेकेदार कर्मचारियों का शोषण कर रहे हैं। बावजूद प्रशासन गंभीर नहीं है।
चंडीगढ़, जेएनएन। यूटी और एमसी इंप्लाइज की प्रमुख संस्था, कोऑर्डिनेशन कमेटी ऑफ गवर्नमेंट एंड एमसी इंप्लाइज एंड वर्कर्स यूटी के आह्वान पर आठ जनवरी को होने वाली कन्वेंशन के संबंध में बैठकों का दौर जारी है। इसके चलते कोऑर्डिनेशन कमेटी ने पिछले हफ्ते, एमसी हॉर्टिकल्चर, पैक डीम्ड यूनिवर्सिटी, सीटीयू, एमसी रोड, रॉक गार्डन, मैकेनिकल, मलेरिया विभाग, एमसी इलेक्ट्रिकल, वाटर सप्लाई आदि विभागों में मीटिंग्स की गई।
कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कोऑर्डिनेशन कमेटी के चेयरमैन अनिल कुमार, प्रधान सतिंदर सिंह, महासचिव राकेश कुमार, संरक्षक शाम लाल गवरी ने चंडीगढ़ प्रशासन पर कर्मचारी मांगों पर गंभीरता न दिखाने का आरोप लगाते हुए कहा कि आउट सोर्सिंग वर्कर्स का जेम पोर्टल के ठेकेदार लगातार आर्थिक शोषण कर रहे हैं। उनसे गैरकानूनी तरीके से पैसे ऐंठ रहे हैं, पैसे न मिलने पर वर्करों को काम से बाहर निकल दिया जाता। कई केसों में वर्करों के वेतन से पैसे काटे जा रहे हैं, लेकिन चंडीगढ़ के प्रशासक वीपी सिंह बदनौर भी इसमें दख़ल नहीं दे रहे, यह चिंता की बात है।
दूसरी तरफ डीसी रेट्स भी नहीं बढ़ाए जा रहे, लेबर कानून भी लागू नहीं किए जा रहे। हर तरह से वर्करों का शोषण हो रहा है। चंडीगढ़ प्रशासन मूक दर्शक बने बैठा है। उन्होंने कहा कि प्रशासन कर्मचारियों को हड़ताल पर जाने के लिए मजबूर कर रहा है। इस दौरान इस सभी पदाधिकारियों ने वर्करों को आठ जनवरी की होने वाली कन्वेंशन को कामयाब करने की अपील की। इस दौरान हरी मोहन, संतोष सिंह, सुरेश कुमार, दलजीत सिंह, पी कामराज, वरिंदर दालम, छोटे लाल किशोरी लाल, रामफल नरेश कुमार, विशाल वीर सिंह ने भी कर्मचारियों को संबोधन किया।