फीस बढ़ाेतरी पर लगाम से अभिभावकाें काे मिलेगी राहत, समर्थन में अाई यूटी कैडर एजुकेशनल इंप्लाइज यूनियन
फीस बढ़ोतरी के मुद्दे पर शहर के प्राइवेट स्कूलों की चल रही मनमानी पर आखिर का प्रशासन ने अंकुश लगाया।
चंडीगढ़, जेएनएन। फीस बढ़ोतरी के मुद्दे पर शहर के प्राइवेट स्कूलों की चल रही मनमानी पर आखिर का प्रशासन ने अंकुश लगाया। बुधवार को डिजास्टर एक्ट में संशोधन कर नगर प्रशासक वीपी सिंह बदनोर ने आदेश जारी किया कि कोई भी स्कूल इस वर्ष फीस में बढ़ोतरी नहीं करेगा। प्रशासक के फैसले का यूटी कैडर एजुकेशनल इंप्लाइज यूनियन ने स्वागत किया है।
वीरवार को बयान जारी करते हुए यूनियन के प्रधान स्वर्ण सिंह कंबोज ने कहा कि प्रशासक में जो फैसला लिया है वह उसका स्वागत करते हैं। इस फैसले से प्राइवेट स्कूलों की चल रही मनमानी पर लगाम कसी जाएगी। उन्होंने प्राइवेट स्कूलों के फीस बढ़ाने की होड़ पर लगाम लगाई है । क्योकि बहुत दिनों से प्राइवेट स्कूल बच्चों के माता-पिता को फोन या फिर मैसेज भेज कर भारी फीस भरने के लिए मजबूर कर रहे थे । लेकिन प्रशासक के इस निर्णय से बच्चों के माता-पिता को राहत मिली है ।
यूनियन फिर भी चंडीगढ़ प्रशाशन को निवेदन है कि प्राइवेट स्कूलों पर कड़ी नजर रखें, क्योकि यह स्कूल किसी ना किसी तरीके के जरिये पैसे लेने की कोशिश कर सकते है । यूनियन सभी लोगों को यह भी निवेदन करती है कि अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में पढ़ाए, एसा करने से प्राइवेट स्कूलों की दादागिरी पर लगाम लगेगी । क्योकि सरकारी स्कूलों में भी बहुत सुविधाएं मिलती हैं ।
जब हम सरकारी स्कूलों को दरकिनार करके प्राइवेट स्कूलों का रूख़ करते है तो फिर उनको मनमाने तरीके से भारी फीस वसूलने का लालच लगता है । इसके साथ ही यूनियन ने मांग की है कि अगर कोई प्राइवेट स्कूल इस नियम का उल्लंघन करता पाया जाता है तो उस स्कूल की मान्यता को रद्द किया जाए।