साइकिल से ही कल है : साइकिल से स्कूल पहुंचने का अनूठा अभियान शुरू
साइकिल को बढ़ावा देने के लिए अब चलाए जा रहे दैनिक जागरण के अभियान का असर दिखने लगा।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : साइकिल को बढ़ावा देने के लिए अब चलाए जा रहे दैनिक जागरण के अभियान का असर अब दिखने लगा है। इस अभियान की कड़ी अब स्कूली बच्चे भी बनेंगे। साइकिल से स्कूल तक अनूठे कैंपेन के जरिए सैकड़ों बच्चे रोजाना स्कूल पहुंचेंगे। चिल्ड्रंस-डे के मौके पर चंडीगढ़ साइकिलिग ने इस कैंपेन की शुरुआत की। चंडीगढ़ साइकिलिग के फाउंडर प्रेसिडेंट डॉ. राकेश मोहिद्रा ने इस कैंपेन को लीड कर रहे हैं। उन्होंने विश्वभर में 2030 तक सिटी की आधी ट्रिप साइकिल से ही तय करने की बात भी कही है। पंजाब यूनिवर्सिटी स्थित अंकुर सीनियर सेकेंडरी स्कूल से अभियान की शुरुआत हुई। स्कूल के काफी स्टूडेंट्स ऐसे मिले जो पहले से ही साइकिल के जरिए स्कूल पहुंच रहे हैं। साइकिल टू स्कूल कैंपेन के जरिए बच्चों को सेफ साइकिलिग, ट्रैफिक रूल्स की जानकारी देने वाला बाइसाइकिलिग करीक्यूलम वितरित किया जाएगा। जिससे बच्चे सेफ स्कूल पहुंच सकें। साइकिल से स्कूल के लिए सेफ बाइसाइकिल कॉरीडोर चिन्हित किए जाएंगे। एक महीने में 70 हजार किलोमीटर
स्कूल के स्टूडेंट्स एक महीने में करीब 70 हजार किलोमीटर साइकिल से कवर कर रहे हैं। जो दिखाता है कि वह कितना फ्यूल और वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम कर रहे हैं। स्टूडेंट्स ने अपने साइकिल के सफर की कहानियां भी इस मौके पर साझा की। उन्होंने खुशी जाहिर करने के साथ रास्ते में आने वाली बाधाओं को भी बताया। उन्होंने बताया कि साइकिल बेहद सुविधाजनक, स्वतंत्र, आत्मविश्वास को बढ़ाने के साथ जल्द स्कूल पहुंचाने और आर्थिक स्थिति मजबूत करने में सहायक है।कुछ स्टूडेंट्स ने बताया कि वह रोजाना लगभग 20 किलोमीटर साइकिल चलाते हैं। इससे वह रियल टाइम हालात समझने में सक्षम होते हैं और स्वस्थ रहते हैं। साइकिल पर स्कूल आने वाली टीचर पूजा बनीं एंबेसेडर
चिल्ड्रन-डे के मौके पर नियमित साइकिल से स्कूल पहुंचने वाले पांच स्टूडेंट्स को बाइसाइकिल चैंपियन चुना गया। इनमें गगनप्रीत सिंह, तन्मय, इशिता, अश्वी और हरप्रीत शामिल है। स्कूल प्रिसिपल परमिद्र कौर और डॉ. राकेश मोहिद्रा ने मोमेंटे भेंट कर इन्हें सम्मानित किया। स्कूल टीचर पूजा को बाइसाइकिल से स्कूल आने के लिए बाइसाइकिल एंबेस्डर चुना गया। साइकिल से स्कूल कैंपेन के जरिए हर सप्ताह एक नया स्कूल कवर किया जाएगा। इसका उद्देश्य होगा कि ज्यादा से ज्यादा स्टूडेंट्स साइकिल से स्कूल पहुंचे।