पीजीआइ विस्तार के लिए सारंगपुर में 50.76 एकड़ जमीन होगी ट्रांसफर, केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी
केंद्रीय कैबिनेट ने पीजीआइ विस्तार के लिए सारंगपुर में 50.76 एकड़ जमीन को ट्रांसफर करने की मंजूरी दे दी है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : केंद्रीय कैबिनेट ने पीजीआइ विस्तार के लिए सारंगपुर में 50.76 एकड़ जमीन को ट्रांसफर करने की मंजूरी दे दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय कैबिनेट की मीटिंग में जमीन ट्रांसफर को मंजूरी दी गई। प्रशासन यह जमीन लगभग 130 करोड़ रुपये में पीजीआइ को दे रहा है। ढाई करोड़ रुपये प्रति एकड़ में यह जमीन पीजीआइ को दी जाएगी। लंबे समय से पीजीआइ को इस जमीन के मिलने का इंतजार था। अब जमीन मिलने के बाद पीजीआइ में विभिन्न तरह की सुविधाओं का इजाफा होगा। इस जमीन पर पीजीआइ की न्यू ओपीडी, ट्रामा सेंटर, कैंसर केयर और लर्निंग रिसोर्स सेंटर डेवलप होगा। इन सुविधाओं के बाद कैंसर के इलाज में सुविधा होगी। साथ ही पीजीआइ कैंपस में बढऩे वाली मरीजों की भीड़ से राहत मिल जाएगी। इसके अलावा सर्जरी की लंबी बेटिंग भी काफी हद तक कम हो जाएगी। अभी सर्जरी के लिए कई बार आम मरीज को चार महीने से भी ज्यादा बेटिंग में रहना पड़ता है। इस जमीन पर नया कैंपस बनने से आपात सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ेगी। साथ ही एडवांस्ड टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल भी होगा। पीजीआइ को आम लोगों को स्वास्थ्य लाभ पहुंचाने वाले संस्थान के तौर पर जाना जाता है। इस नई एक्सटेंशन से गरीब लोगों को असानी से स्वास्थ्य लाभ मिल सकेगा। इससे पहले पीजीआइ मैनेजमेंट केंद्र सरकार के सामने जमीन के रेट को लेकर आ रही दिक्कत की बात रख रहा था। एडवाइजर मनोज परिदा की नियुक्ति के बाद प्राथमिकता के आधार पर यूटी प्रशासन ने पीजीआइ के विस्तार के लिए प्रयास शुरू किए और इसका प्रस्ताव बनाकर केंद्र सरकार को भेजा गया था।
1200 करोड़ से एक्सटेंशन
सारंगपुर में पीजीआइ के एक्सपेंशन प्लान पर करीब 1200 करोड़ रुपये खर्च होंगे। पीजीआइ ने जो प्लान तैयार किया है, उसके मुताबिक ओपीडी स्क्रीfनग के निर्माण पर 300 करोड़ रुपये पहले फेज में खर्च होंगे। दूसरे फेज में ट्रामा और ओंकोलॉजी सेंटर पर 400 करोड़ और तीसरे फेज में लर्निंग एंड रिसोर्स सेंटर बनाया जाएगा। चौथे और अंतिम फेज में सारंगपुर में कनवेंशन सेंटर बनाया जाएगा।