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चंडीगढ़ में बनेंगे दो और पॉल्यूशन मॉनीटरिंग स्टेशन, प्रदूषण बढ़ा तो ट्रैफिक होगा डायवर्ट

Pollution Monitoring Station Chandigarh- एक स्टेशन सेक्टर-26 तो दूसरा इंडस्ट्रियल एरिया फेज-1 में बनेगा। इनके लिए जगह चिन्हित हो चुकी है।

By Pankaj DwivediEdited By: Published: Mon, 10 Aug 2020 06:17 PM (IST)Updated: Mon, 10 Aug 2020 06:17 PM (IST)
चंडीगढ़ में बनेंगे दो और पॉल्यूशन मॉनीटरिंग स्टेशन, प्रदूषण बढ़ा तो ट्रैफिक होगा डायवर्ट
चंडीगढ़ में बनेंगे दो और पॉल्यूशन मॉनीटरिंग स्टेशन, प्रदूषण बढ़ा तो ट्रैफिक होगा डायवर्ट

चंडीगढ़, जेएनएन। शहर के किस एरिया में प्रदूषण का स्तर कितना है, अब यह रियल टाइम में पता चल जाएगा। प्रदूषण का स्तर वाहनों की गति भी तय करेगा। अगर प्रदूषण का स्तर बढ़ता है तो तुरंत उस एरिया से वाहनों को दूसरे रास्ते डायवर्ट किया जाएगा। ट्रैफिक पुलिस डायवर्जन रूट तैयार करेगी। लोग खुद भी उस एरिया में जाने से परहेज कर सकेंगे। इससे प्रदूषण नियंत्रित करने में मदद मिलेगी। यह सब चंडीगढ़ में दो नए रियल टाइम पॉल्यूशन मॉनीटरिंग स्टेशन स्थापित होने के बाद होगा। इनमें एक स्टेशन सेक्टर-26 तो दूसरा इंडस्ट्रियल एरिया फेज-1 में स्थापित किया जाएगा। दोनों के लिए जगह चिन्हित हो चुकी है। इसकी मंजूरी भी मिल चुकी है।

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चंडीगढ़ में एक ऐसा स्टेशन पहले ही पंजाब यूनवर्सिटी में है। इससे रियल टाइम पॉल्यूशन का डाटा मिलता है। अब तीनों स्टेशनों से पूरा शहर कवर हो जाएगा। इससे पॉल्यूशन को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी। सोमवार शाम को चंडीगढ़ का एयर क्वालिटी इंडेक्स 40 तो नई दिल्ली का 61 दर्ज किया गया।

मॉनीटरिंग स्टेशन का डाटा नेशनल डैशबोर्ड पर होगा अपडेट
चंडीगढ़ के तीनों रियल टाइम पॉल्यूशन मॉनीटरिंग स्टेशनों का डाटा नेशनल डैशबोर्ड पर अपडेट होगा। समीर एप पर शो होगा, जिसे कभी भी कहीं भी देखा जा सकेगा। इस पर दूसरे शहरों के साथ चंडीगढ़ का पॉल्यूशन डाटा अपडेट होता रहेगा। अभी तक चंडीगढ़ का एक ही रियल टाइम पॉल्यूशन मॉनीटरिंग स्टेशन है। इसी का डाटा डैशबोर्ड पर उपलब्ध है।

10 करोड़ के स्पेशल बजट में से छह करोड़ खर्च
बढ़ता पॉल्यूशन नियंत्रित करने के लिए केंद्र सरकार ने 11 शहरों को स्पेशल फंड दिया था। इनमें चंडीगढ़ का नाम भी शामिल था। चंडीगढ़ को 10 करोड़ रुपये का फंड मिला था, जिसमें से छह करोड़ खर्च हो चुके हैं। हर शहर ने पॉल्यूशन कम करने का प्लान तैयार कर जमा कराया था। उसी के तहत चंडीगढ़ पॉल्यूशन कंट्रोल कमेटी ने छह करोड़ रुपये नगर निगम को दिए, जिससे स्वीपिंग मशीन खरीदी गई और मैनपावर आदि भी बढ़ाई गई। बचे चार करोड़ भी पॉल्यूशन का स्तर कम करने पर खर्च होंगे।

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