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कोठी प्रकरण : दो एचसीएस की भूमिका संदिग्ध, डीएसपी और पूर्व थाना प्रभारी को समन

सेक्टर-37 ए स्थित कोठी के मालिक का अपहरण कर कोठी को फर्जी तरीके से बेचने के मामले में रोज नए खुलासे हो रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 09 Mar 2021 06:50 AM (IST)Updated: Tue, 09 Mar 2021 06:50 AM (IST)
कोठी प्रकरण : दो एचसीएस की भूमिका संदिग्ध, डीएसपी और पूर्व थाना प्रभारी को समन

कुलदीप शुक्ला, चंडीगढ़

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सेक्टर-37 ए स्थित कोठी के मालिक का अपहरण कर कोठी को फर्जी तरीके से बेचने के मामले में रोज नए खुलासे हो रहे हैं। इस केस में अब दो एचसीएस अधिकारियों की संदिग्ध भूमिका सामने आई है। एसआइटी अब दोनों अधिकारियों को समन जारी कर पूछताछ करेगी। वहीं, मामले में डीएसपी रामगोपाल और सेक्टर-39 थाने के पूर्व प्रभारी इंस्पेक्टर राजदीप को पुलिस ने सोमवार को समन जारी किया।एसआइटी इन दोनों से भी पूछताछ करेगी। चंडीगढ़ में तैनात रह चुके हैं हरियाणा के दोनों अफसर

मामले में रजिस्ट्री के समय जिन दो एचसीएस अधिकारियों की भूमिका को लेकर जांच की जा रही है वह चंडीगढ़ में डेपुटेशन पर तैनात रह चुके हैं। एक एस्टेट ऑफिस में असिस्टेंट स्टेट ऑफिसर तो दूसरे अधिकारी के पास तहसीलदार पद की जिम्मेदारी थी। चंडीगढ़ में तहसीलदार पद पर तैनात रहे अधिकारी यहां से वापस हरियाणा लौटने पर अब प्रमोट होकर एचसीएस बन चुके हैं। आरोप है कि इसी अधिकारी की यहां तैनाती के दौरान नकली कोठी मालिक को पेशकर फर्जी तरीके से रजिस्ट्री करवाई गई। मामले में दर्ज एफआइआर में तत्कालीन तहसीलदार पर महंगी शराब की पेटी के बदले रजिस्ट्री करने का आरोप है। आरोप यह भी है कि एस्टेट ऑफिस में तैनात तत्कालीन एचसीएस अधिकारी ने दस्तावेजों से छेड़छाड़ कर फर्जी रजिस्ट्री में मदद पहुंचाई। डीएसपी और पूर्व एसएचओ पर यह हैं आरोप

शराब कारोबारी अरविद सिगला भी इस मामले में आरोपित है। आरोपित बनाए जाने से पूर्व तक जांच में शामिल रहे सिगला ने बताया था कि साल 2017 में उससे प्रॉपर्टी डीलर अशोक अरोड़ा ने कहा कि संजीव महाजन सेक्टर-37 स्थित कोठी बेच रहा है। इसके बाद सेक्टर-40 में संजीव महाजन और अशोक अरोड़ा से कोठी के सौदे के मुद्दे पर उसकी मुलाकात हुई। इसके बाद ही तत्कालीन डीएसपी सेंट्रल रामगोपाल के ऑफिस में उनके भाई सतपाल डागर के साथ मीटिग कर कोठी बेचने की प्रक्रिया पूरी करवाई गई। इस दौरान सिगला को 33 फीसद शेयर पर राजी कर प्रॉपर्टी डीलर सौरव गुप्ता को कोठी बेची गई। वहीं, सेक्टर-39 के तत्कालीन थाना प्रभारी राजदीप सिंह पर शिकायत मिलने के बावजूद कार्रवाई नहीं करने का आरोप है।

कोठी की फर्जी रजिस्ट्री के समय एस्टेट ऑफिस के अंदर मौजूद दो अधिकारियों को भी जल्द समन जारी कर पूछताछ की जाएगी। जिसकी भी भूमिका का खुलासा हुआ उसे बख्शा नहीं जाएगा।

- कुलदीप सिंह चहल, एसएसपी चंडीगढ़ ।


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