चंडीगढ़ में दो दिन बंद रहेगी पानी की सप्लाई, जानेें कब से कब तक झेलनी पड़ेगी परेशानी
शहर में सोमवार से एक बार फिर पानी के लिए हाहाकार मचने जा रहा है। सोमवार से कजौली में बांध बनाने का काम शुरू कर दिया जाएगा।
जेएनएन, चंडीगढ़। शहर में सोमवार से एक बार फिर पानी के लिए हाहाकार मचने जा रहा है। सोमवार से कजौली में बांध बनाने का काम शुरू कर दिया जाएगा। ऐसे में भाखड़ा से शहर को मिलने वाले पानी की सप्लाई सोमवार और मंगलवार पूरी तरह बंद रहेगी। हालांकि नगर निगम का कहना है कि सोमवार सुबह सप्लाई शहरवासियों को दी जाएगी। इसका असर शुक्रवार तक रहेगा, क्योंकि दो दिन पानी की सप्लाई बंद करने का असर अगले तीन दिन तक भी रहता है। शहर में सिर्फ आधे दिन के पानी की सप्लाई के स्टोरेज टैंक हैं। स्टोरेज टैंक के अलावा पानी की पाइपें पूरी तरह से भरने में समय लग जाता है। सप्लाई नार्मल होने में तीन दिन लग जाते हैं। इस समय कजौली वाटर वर्क्स के पहले चार फेज से चंडीगढ़ को 58 एमजीडी पानी मिल रहा है।
सात अलग-अलग जगह से पानी के टैंकर भेजे जाएंगे
नगर निगम के जनस्वास्थ्य विभाग ने मेयर राजेश कालिया के साथ बैठक कर लोगों को पानी के टैंकर से सप्लाई भेजने की पूरी प्लानिंग कर ली है। जिसके तहत शहरवासियों की शिकायत आने पर सात अलग-अलग जगह से पानी के टैंकर भेजे जाएंगे। अभी तक सिर्फ सेक्टर-15 के वाटर वर्क्स में ही हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत आने पर पानी के टैंकर भेजे जाते हैं। लेकिन अब शहर के सातों वाटर वर्क्स में टैंकर तैनात रहेंगे। इसके लिए नगर निगम ने शहर के प्राइवेट टैंकर भी किराये पर लेने जा रहा है। डीसी ऑफिस के साथ भी बैठक कर उन्हें शहर में चल रहे टैंकर नगर निगम के पास भेजने के लिए कहा गया है। नगर निगम के अनुसार हेल्पलाइन नंबर के अलावा सात एसडीओ और सात जेई के मोबाइल नंबर भी जारी किए जाएंगे। जिसमें कोई भी शिकायत करके अपने घर पर टैंकर मंगवा सकता है।
पिछले सप्ताह भी बंद हो गई थी वाटर सप्लाई
मालूम हो कि पिछले सप्ताह जब मिट्टी की बोरियों के बांध के लिए शहर की पानी की सप्लाई एक दिन के लिए बंद की गई थी, तो शहर में 4 दिन तक पानी की किल्लत रही थी। उस समय टैंकर कम पड़ गए थे, जिस कारण नगर निगम का जमकर किरकिरी हुई थी। लेकिन यह बोरियों का बांध पानी के बहाव में टिक नहीं पाया था। इसलिए अब पंजाब के सिंचाई विभाग ने कजौली में लोहे का बांध बनाने का निर्णय लिया है।
लोगों को नहीं आने देंगे दिक्कत : मेयर
मेयर राजेश कालिया का कहना है कि इस बार जब बांध बनाया जाएगा, तो शहर में जहां-जहां पर दिक्कत आएगी, वहां पर पानी के टैंकर भेजे जाएंगे। नगर निगम अपने सरकारी टैंकर के अलावा निजी टैंकर भी लोगों को पानी भेजने के लिए प्रयोग करेगा। पानी के टैंकर के लिए हेल्पलाइन नंबर पर जेई और एसडीओ के अलावा शहरवासी उनसे भी संपर्क कर सकते हैं।
मोहाली और पंचकूला को भी झेलनी होगी दिक्कत
चंडीगढ़ के साथ-साथ मोहाली को भी लोहे के बांध बनाने के समय किल्लत झेलनी पड़ेगी, क्योंकि कजौली वाटर वर्क्स के पहले चार फेज से चंडीगढ़ के अलावा मोहाली को भी यहां से ही पानी की सप्लाई होती है। जबकि पंचकूला और चंडीमंदिर को जो तीन-तीन एमजीडी पानी दिया जा रहा है, वह भी कट के दौरान बंद हो जाएगा। ऐसे में वहां पर रहने वाले निवासियों को भी किल्लत का सामना करना पड़ेगा।
अब लोहे की चादर का बांध बनाकर रोका जाएगा पानी
अब मिट्टी की बोरियों के बजाय लोहे की चादर का बांध बनाने की योजना बनाई गई है। इस बांध में पहले की चार लाइनों को आ रहे पानी को नए फेज के लिए बनाए जा रहे इनटेक में रोका जाएगा, ताकि नए बनने वाले पांचवें और छठे फेज के इनटेक को पहले से बनी चारों लाइनों के साथ जोड़ा जा सके। ऐसे में अब लोहे की चादर को बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। सोमवार को चादर इनटेक में फिट की जाएगी, तो दो दिन के लिए फिर से शहर की पानी की सप्लाई भाखड़ा से बंद की जाएगी।
2004 में 45 दिन तक बंद हुआ था भाखड़ा नहर का पानी
जनस्वास्थ्य विभाग के अनुसार साल 2004 में भाखड़ा नहर का चंडीगढ़ को मिलने वाला पानी 45 दिन के लिए बंद हो गया था। उस समय ट्यूबवेल से सप्लाई की गई थी। पूर्व मेयर अरुण सूद ने यह बात 14 फरवरी को होने वाली बजट बैठक में भी रखी थी। सूद का कहना है कि स्टोरेज टैंक जो इस समय आधे दिन की क्षमता का है, उसे तीन दिन का बनाया जाए ताकि रिपेयर के समय शहरवासियों को पानी की किल्लत का सामना न करना पड़े।