ट्राईसिटी पुलिस एक सिटी की तरह करे काम
अपराध करने के बाद अपराधी मोहाली, पंचकूला में निकल जाते हैं।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : अपराध करने के बाद अपराधी मोहाली, पंचकूला में निकल जाते हैं। इन्हें रोकने के लिए पुलिस को सीमाओं से आगे बढ़कर आपसी कोऑर्डिनेशन की जरूरत है। किसी अकेली सिटी के बजाय चंडीगढ़, पंचकूला, मोहाली को ट्राईसिटी मानकर प्ला¨नग करनी होगी। सोमवार को पंजाब राजभवन में आयोजित ट्राईसिटी कोऑर्डिनेशन कमेटी की मी¨टग में इस पर सहमति बनी। प्रशासक वीपी ¨सह बदनौर की अध्यक्षता में आयोजित मी¨टग में पंजाब के चीफ सेक्रेटरी और प्रशासक के एडवाइजर मनोज कुमार परिदा विशेष रूप से मौजूद रहे। जबकि चंडीगढ़, पंजाब और हरियाणा के डीजीपी ने भी लॉ एंड ऑर्डर पर चर्चा की। यह मी¨टग ट्राईसिटी के लॉ एंड ऑर्डर और सिक्योरिटी सिस्टम को रिव्यू करने पर हुई। जिसमें प्रशासक वीपी ¨सह बदनौर ने कहा कि वारदात के बाद अपराधी पड़ोसी राज्यों में निकल जाते हैं। अगर ट्राईसिटी के पुलिस अधिकारी आपस में कोऑर्डिनेशन रखें तो इनको काबू किया जा सकता है। थानों का आपसी तालमेल भी जरूरी है। तीनों मिलकर ऐसा सिस्टम डेवलप करें कि अपराधियों तक पहुंचने में सीमाएं आड़े न आएं। खासकर बॉर्डर एरिया के थानों को अपडेट करने की जरूरत है। डीजीपी बोले : आगे भी कोऑर्डिनेशन के प्रयास रहेंगे जारी
डीजीपी चंडीगढ़ संजय बेनिवाल ने अपराध पर लगाम कसने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ट्राईसिटी के डीएसपी स्तर के अधिकारियों की पहले भी मी¨टग हो चुकी है। आगे भी ऐसे प्रयास लगातार रहेंगे। पंजाब और हरियाणा के डीजीपी ने भी पंचकूला और मोहाली में पुलिस के प्रयासों की जानकारी दी। प्रशासक ने मी¨टग नियमित अंतराल में करने के आदेश दिए। कोऑर्डिनेशन कांस्टेबल स्तर तक करने के लिए कहा है। हालांकि ट्राईसिटी में अब चेन स्नै¨चग पर काफी लगाम लगी है।