डिप्टी चीफ लेबर कमिश्नर और इनफोर्समेंट ऑफिसर के खिलाफ शुरू होगा ट्रायल, जानिए क्या है मामला
जिन कंपनियों में ईपीएफ और अन्य लेबर लॉ से संबंधित गड़बडिय़ां होती थीं वहां कार्रवाई न करने की एवज में पैसे इकट्ठे कर लेबर कमिश्नर ऑफिस को दिए जाते थे।
चंडीगढ़, जेएनएन। चंडीगढ़ के डिप्टी चीफ लेबर कमिश्नर महेश चंद्र शर्मा और लेबर इन्फोर्समेंट ऑफिसर विवेक नायक के खिलाफ जल्द ही केस का ट्रायल शुरू होगा। इसकी मंजूरी संबंधित डिपार्टमेंट से मिल गई है। वहीं, सीबीआइ ने मंगलवार को चंडीगढ़ के डिप्टी चीफ लेबर कमिश्नर महेश चंद्र शर्मा और लेबर इन्फोर्समेंट ऑफिसर विवेक नायक सहित आठ आरोपितों के खिलाफ सीबीआइ की स्पेशल कोर्ट में चालान दाखिल किया।
चंडीगढ़ के डिप्टी चीफ लेबर कमिश्नर महेश चंद शर्मा और लेबर इन्फोर्समेंट ऑफिसर विवेक नायक को सीबीआइ ने पिछले साल एक जून को गिरफ्तार किया था। इनके अलावा इस केस में बठिंडा की एक एचआर कंपनी के पार्टनर गुरमीत सिंह, मुनीष कुमार और बठिंडा की ही कंस्ट्रक्शन कंपनी के इम्प्लॉई अखंड राज सिंह व प्राइवेट कंपनी के जीएम वेंकट रमैया को भी आरोपित बनाया है। इस केस में सीबीआइ ने दो बिजनेसमैन को भी आरोपित बनाया है। अब एक साल बाद सीबीआइ को इस केस में कुछ नए तथ्य मिलने के बाद पंजाब के बिजनेसमैन लखविंदर सिंह और इंद्रजीत सिंह बाठ को भी आरोपित बनाया है। हालांकि सभी आरोपित अभी जमानत पर हैं।
यह था मामला
पंजाब के बठिंडा की एडवांटेज एचआर सोल्यूशंस कंपनी के गुरमीत और मुनीष कुमार लेबर कमिश्नर चंडीगढ़ आफिस के लिए काम करते थे। जिन कंपनियों में कर्मचारियों के ईपीएफ और अन्य लेबर लॉ से संबंधित गड़बडिय़ां होती थीं, वहां कार्रवाई न करने की एवज में ये लोग प्राइवेट कंपनियों से पैसे इकट्ठे कर आगे लेबर कमिश्नर ऑफिस को देते थे। एक दिन लेबर इन्फोर्समेंट ऑफिसर विवेक नायक ने बठिंडा की नागार्जुन कंस्ट्रक्शन कंपनी पर रेड की। कंपनी के इम्प्लॉई ने गुरमीत और मुनीष से कहा कि वे 30 हजार रुपये रिश्वत दे रहे हैं, फिर रेड क्यों हुई है। गुरमीत ने फिर लेबर इन्फोर्समेंट ऑफिसर विवेक नायक से बात की। विवेक ने उन्हें डेढ़ लाख रुपये लेकर आने को कहा। गुरमीत ने कंपनी से पैसे लिए और आगे पैसे देने के लिए पंचकूला में मिलना तय हुआ। होटल में जब वह पहुंचा तो सीबीआइ ने रिश्वत लेने और देने वाले दोनों को दबोच लिया। इन सभी आरोपितों के फोन सर्विलांस पर लगाकर डील की जानकारी होने के बाद सीबीआइ ने ट्रैप लगाकर गिरफ्तारी की थी।