सलाहकार परिदा बाेले-चिकित्सा के क्षेत्र की गरिमा बरकरार रखना डॉक्टरों की जिम्मेदारी Chandigarh News
यूटी प्रशासक के सलाहकार मनोज परिदा वीरवार को जीएमसीएच सेक्टर-32 में आयोजित 29वें नए एकेडमिक सेशन के उदघाटन कार्यक्रम में बतौर चीफ गेस्ट संबोधित कर रहे थे।
जेएनएन, चंडीगढ़। डॉक्टर मानवता के लिए गर्व और सम्मान के साथ काम करें। मेडिकल ट्रेनिंग बहुत मुश्किल और काफी लंबी है, लेकिन यह सबसे अच्छे प्रोफेशन में से एक है। इसलिए मन लगाकर पढ़ाई करें और एक अच्छे डॉक्टर बनें। चिकित्सा के क्षेत्र की गरिमा बरकरार रखना डॉक्टरों की जिम्मेदारी है। यह विचार यूटी प्रशासक के सलाहकार मनोज परिदा के हैं। वह वीरवार को जीएमसीएच सेक्टर-32 में आयोजित 29वें नए एकेडमिक सेशन के उदघाटन कार्यक्रम में बतौर चीफ गेस्ट संबोधित कर रहे थे।
जीएमसीएच ऑडिटोरियम में सत्र 2019-20 के एमबीबीएस और बी.एससी. (नेत्र विज्ञान, रेडियोडायग्नोसिस, एनेस्थीसिया, मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी एंड नर्सिंग) कोर्सेज की शुरुआत हुई है।
मन लगाकर करें पढ़ाई
जीएमसीएच के डायरेक्टर प्रिंसिपल प्रो. बीएस चवन ने स्टूडेंट्स और अभिभावकों का स्वागत करते हुए कॉलेज की उपलब्धियों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने आश्वासन दिया कि रै¨गग को लेकर जीएमसीएच में 'जीरो टॉलरेंस' है। उन्होंने स्टूडेंट्स को अपना व्यक्तिगत ई-मेल और मोबाइल नंबर दिया। कहा कि किसी भी तरह की परेशानी होने पर किसी भी समय सीधे उनसे संपर्क करें।
तनाव दूर करने का भी है प्रबंध
प्रो.चवन ने बताया कि कुछ छात्रों के लिए, शुरुआती कुछ महीने तनावपूर्ण हो सकते हैं। उनके लिए बी ब्लॉक ग्राउंड फ्लोर में प्रत्येक वीरवार को दोपहर में स्ट्रेस मैनेजमेंट क्लीनिक चलाई जा रही है। छात्रों को यह भी बताया कि उनके बैच में इस वर्ष से पाठ्यक्रम को अपडेट किया गया है। नया पाठ्यक्रम स्किल-आधारित शिक्षण पर केंद्रित है।
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