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ट्रैफिक सर्कुलेशन सिस्टम पहले दिन फेल, दस मिनट के सफर में लगा डेढ़ घंटा

ट्रैफिक सर्कुलेशन प्लान पहले ही दिन फेल हो गया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 15 Jan 2019 08:31 PM (IST)Updated: Tue, 15 Jan 2019 08:31 PM (IST)
ट्रैफिक सर्कुलेशन सिस्टम पहले दिन फेल, दस मिनट के सफर में लगा डेढ़ घंटा
ट्रैफिक सर्कुलेशन सिस्टम पहले दिन फेल, दस मिनट के सफर में लगा डेढ़ घंटा

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : पंचकूला-चंडीगढ़ सड़क पर प्रशासन का जाम से बचाने के लिए लागू किया गया ट्रैफिक सर्कुलेशन प्लान पहले ही दिन फेल हो गया। मंगलवार सुबह साढे़ आठ बजे से साढे़ दस बजे तक ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम की जिम्मेदारी एसएसपी ट्रैफिक शशांक आनंद के नेतृत्व में डीएसपी ट्रैफिक, ट्रैफिक इंस्पेक्टरो, ट्रैफिक मार्शल्स और अन्य ट्रैफिककर्मियों ने संभाली। लेकिन गाड़ियों का फ्लो बढ़ने के बाद नौ बजे से ग्रेन मार्केंट चौक, सेंट कबीर स्कूल टर्न, शास्त्री लाइट प्वाइंट, मनीमाजरा रोड, सेक्टर-26 रोड सहित डायवर्जन में शामिल सभी सड़कें जाम हो गई। इस दौरान परेशान पब्लिक ने ऑफिस के 10 मिनट का रास्ता करीब डेढ़-डेढ़ घंटे में पूरा किया। सड़क पर फंसी पब्लिक ने ट्रैफिक सर्कुलेशन प्लान को पूरी तरह से बेकार बताते हुए उन्हें परेशान करने वाला बताया। वहीं, कई जगहों पर पुलिसकर्मियों से झड़प भी हुई। हालांकि इस पर एसएसपी ट्रैफिक शशांक आनंद का कहना है कि पहला दिन था और लगातार जागरूक करने के बाद पब्लिक में जागरूकता कम दिखाई दी। मध्यमार्ग पर 10 मिनट का सफर 27 मिनट में हुआ तय

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ट्रैफिक सर्कुलेशन सिस्टम की वजह से 10 मिनट में तय होने वाला 6 किलोमीटर का सफर 27 मिनट में पूरा हुआ। इस सफर में समय पर ऑफिस पहुंचने की जद्दोजहद साफ दिख रही थी। जिसको जहां से रास्ता मिला, वहां से गुजरने में देर नहीं लगाई। फिर चाहे वह साइकिल ट्रैक हो या रोड बर्म। इस दौरान अंडर कंस्ट्रक्शन साइकिल ट्रैक पर मोटरसाइकिल दौड़ने से खूब मिट्टी उड़ी। मुश्किल भरा सफर रेलवे स्टेशन-बापूधाम के ट्रैफिक सिग्नल से शुरू हुआ। यहां पुलिस ने हाउ¨सग बोर्ड चौक की तरफ जाने वाले मध्यमार्ग का एक हिस्सा बेरिकेड लगाकर बंद कर रखा था। यहां से ट्रैफिक आइटीपार्क की तरफ डायवर्ट किया गया। वहीं, चंडीगढ़ आने वाली रोड पर पैर रखने की जगह भी नहीं थी। वाहन रेंग-रेंगकर आगे बढ़े। इसके बाद सेक्टर-26 ट्रांसपोर्ट चौक पर भी एक साइड बंद कर ट्रैफिक डायवर्ट किया गया। सेक्टर-26 और 7 के लाइट प्वाइंट से ट्रैफिक कम होता गया। सेक्टर-7-8 पर तो रोड एकदम खाली जैसी हो गई। पीजीआइ और जीएमएसएच-16 जाने वालों को हुई परेशानी

सुबह नौ बजे के बाद हिमाचल और चंडीगढ़ ईस्ट की ओर से पीजीआइ व जीएमएसएच-16 जाने वाले मरीज और परिजनों को भी काफी परेशानी हुई। मध्यमार्ग जाम होने के कारण वाहन में मरीजों को गाड़ियां निकलने का इंतजार करना पड़ रहा था। हिमाचल से पीजीआइ जा रहे मरीज नवीन ने बताया कि उनकी गाड़ी करीब 35 मिनट से जाम में फंसी हुई है। जबकि, उन्हें डॉक्टर को दिखाने का समय सुबह 10 बजे का था। अब उन्हें पूरा दिन पीजीआइ में अपने नंबर के इंतजार में लग जाएगा। पब्लिक बोली : ऑफिस के लिए साढे़ दस के बाद निकलना ही ठीक होगा

ट्रैफिक जाम में फंसी पब्लिक में किसी ने बताया कि उनका ऑफिस टाइम साढे़ दस तो किसी ने ऑफिस 11 बजे का बताया। इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर ट्रैफिक पुलिस इसी तरह का सिस्टम चलाती रही, तो वे 10.30 के बाद ही घर से ऑफिस के लिए निकलेंगे। ताकि उन्हें कहीं जाम में नहीं फंसना पड़े। पुलिस ने बेरिकेड्स और रूट डायवर्ट करके उन्हें फंसा दिया। कभी चौक तो कभी किसी टर्न से मुड़कर ट्रैफिक पुलिस जाने के लिए बोलती थी। जिसकी वजह से वे वाहन लेकर एक ही एरिया में घूमते रहे। जगह-जगह पुलिस-पब्लिक में झड़प

ट्रैफिक सर्कुलेशन के दौरान पंचकूला-चंडीगढ़ की ओर जगह-जगह पब्लिक-पुलिस के बीच रास्ता रोकने और परेशान होने के कारण झड़प भी हुई। हालांकि, इस दौरान ट्रैफिक अधिकारी पब्लिक को हाथ जोड़कर समझाते नजर आए। ग्रेन मार्केट के दोनों चौक पर पुलिस-पब्लिक के बीच सबसे ज्यादा झड़प हुई। पब्लिक का कहना था कि उन्हें ग्रेन मार्केट जाना है और ट्रैफिक पुलिस उन्हें मार्केट के आसपास ही 45 मिनट से चक्कर लगावा रही है। जबकि, ट्रैफिक पुलिसकर्मियों का कहना था कि ग्रेन मार्केट के लिए रूट सेंट कबीर स्कूल से राइट लेकर पीछे के साइड से डायवर्ड किया गया है। कार चालक ने ट्रैफिक मार्शल व पुलिसकर्मियों से की बदतमीजी

शास्त्री नगर लाइट प्वाइंट पर ड्यूटी में तैनात ट्रैफिक मार्शल राकेश शर्मा ने बताया कि रूट के खिलाफ सीधे कार लेकर जाने के चक्कर में एक वाहन चालक ने उनके और तैनात पुलसकर्मियों के साथ बदतमीजी की। इस दौरान इमरजेंसी होने के कारण एक गाड़ी को सीधा निकलने दिया गया। जिसके बाद कार चालक पुलिसकर्मियों से बेल्ट नंबर पूछने लगा और उसने बाद में पुलिस कंट्रोल रूम में शिकायत कर दी। उसे भी इमरजेंसी में किसी मरीज को लेना है, लेकिन पुलिसकर्मी उसे जाने नहीं दे रहे हैं। इस बात को लेकर काफी विवाद हुआ, लेकिन बाद में समझाकर उसे भेजा गया। इस दौरान कार का फोटो भी पुलिसकर्मियों ने खींच लिया।


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