परीक्षा के बाद हो सकता है पीयू छात्र संघ चुनाव पर फैसला, जानिए क्या है छात्रों की राय?
पीयू में 30 सितंबर तक स्टूडेंट्स की एंट्री और टीचिंग दोनों ही बंद की हुई हैं। एग्जाम भी ऑनलाइन लेने का निर्णय लिया गया है। ऐसे में सितंबर माह में तो चुनाव होना स्वाभाविक नहीं है।
चंडीगढ़, [वैभव शर्मा]। पंजाब यूनिवर्सिटी में होने वाले छात्र संघ चुनाव पर राज्य सरकारों की भी नजरें रहती हैं। लेकिन इस वर्ष कोरोना वायरस के चलते छात्र संघ चुनाव आयोजित होने के चांस कम ही लग रहे हैं। सूत्रों के अनुसार छात्र संघ चुनाव के आयोजन पर एग्जाम के बाद मंथन किया जा सकता है। हालांकि पीयू में 30 सितंबर तक स्टूडेंट्स की एंट्री और टीचिंग दोनों ही बंद की हुई हैं। उसके अलावा एग्जाम भी ऑनलाइन लेने का निर्णय लिया गया है। ऐसे में सितंबर माह में तो चुनाव होना स्वाभाविक नहीं है। लेकिन उसके बाद चुनाव को लेकर विचार-विमर्श किया जा सकता है।
कॉलेजों में भी रहती थी चुनाव की रौनक
छात्र संघ चुनाव की रौनक न केवल पीयू कैंपस बल्कि शहर के कॉलेजों में भी रहती थी। पीयू छात्र संघ चुनाव के साथ ही कॉलेजों में भी अपने प्रतिनिधियों को चुनने का सिलसिला शुरू होता था। लेकिन इस वर्ष कॉलेजों में भी छात्र चुनाव को लेकर कोई सुगबुगाहट नजर नहीं आ रही है। पीयू कैंपस सहित शहर के कॉलेजों में 15 सितंबर तक चुनाव हो जाते थे। चुनाव को कैंपस और कॉलेजों में तैयारियां महीने पहले से ही शुरू हो जाती हैं। नए सत्र में शुरू होने वाली दाखिला प्रक्रिया से ही छात्र संगठन छात्रों को लुभाने में लग जाते थे।
अभी हमारा फोकस केवल एग्जाम पर है। उसके अलावा दाखिला प्रक्रिया भी चल रही है। कैंपस में स्टूडेंट्स ही नहीं हैं, तो फिर चुनाव कैसे आयोजित किए जा सकते हैं। अभी चुनाव को लेकर कुछ नहीं कहा जा सकता है। अगर माहौल ठीक रहा तो चुनाव के लिए सोचा जाएगा।
-प्रो. एसके तोमर, डीन स्टूडेंट वेलफेयर (मैन)
मेरी राय में चुनाव नहीं होने चाहिए। इसका कारण है हमें चुनाव के लिए पहले तो तैयारियां करनी पड़ती थी। उसके अलावा यह दौर भी वैसा नहीं है कि हम किसी स्टूडेंट्स के पास जा कर बात करें।
-आंचल नेगी, स्टूडेंट, जीजीडीएसडी कॉलेज-32
फिजिकल चुनाव तो नामुमकिन हैं। मेरी राय में ऑनलाइन चुनाव होने चाहिए। जब सब कुछ ऑनलाइन हो रहा है, तो चुनाव भी ऑनलाइन हो सकते हैं।
-पूनम जयनी, स्टूडेंट, ह्यूमन राइट्स विभाग
इस हालात में चुनाव नहीं होने चाहिए और न ही वर्तमान छात्र काउंसिल को एक्टेंशन मिलनी चाहिए। जब माहौल ठीक होगा तब चुनाव आयोजित हो।
-आरुषि मित्तल, स्टूडेंट, बीटेक
छात्र संघ चुनाव होने जरूरी हैं, लेकिन इस स्थिति में चुनाव का आयोजन रिस्क का काम है। स्टूडेंट्स के बिना चुनाव का कोई रंग नहीं।
-वैष्णवी गौर, स्टूडेंट, बीकॉम एलएलबी, यूआइएलएस
इस स्थिति को देखते हुए चुनाव को एक-दो महीने के लिए टाला जा सकता है। उसके बाद चुनाव आयोजित होंगे, तो उसका अलग ही अनुभव होगा। ऐसे हालात में स्टूडेंट्स वोट डालने के लिए तो कॉलेज में आने से रहे। -गुरबख्श बाथ, सदस्य, सोई छात्र संगठन