पार्षद बोले, रसोई गैस पाइप डालने वाली कंपनी का विजन नहीं क्लीयर
मोहाली में पाइप लाइन से रसोई गैस सप्लाई की राह आसान नहीं है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : मोहाली में पाइप लाइन से रसोई गैस सप्लाई की राह आसान नहीं है। पार्षदों की ओर से इस का विरोध करना शुरू कर दिया है। पार्षदों का कहना है कि जिस कंपनी की ओर से गैस पाइप डाली जानी है, उसका विजन क्लीयर नहीं है। कंपनी 25 साल तक शहर में एकमात्र सेवा देना चाहती है। कंपनी को ऐसे राइट देने का मतलब एक कंपनी के हाथ शहर को गिरवी रखने के बराबर है। हालाकि पार्षदों ने कहा कि नए बसे सेक्टरों में पाइप लाइन डाली जा सकती है लेकिन पुराने मोहाली में ये संभव नहीं।
ये बोले पार्षद, लोगों के साथ होंगे खड़े
पार्षद कुलजीत ¨सह बेदी ने कहा कि हाउस मीटिंग में मैंने इस योजना का विरोध किया। उन्होंने कहा कि गैस पाइप डालने के लिए 6 फुट तक खुदाई की जानी है। खुदाई के बाद सड़क की रिपेयर का खर्चा कौन उठाएगा ये क्लीयर नहीं है। कंपनी दो दशकों से भी अधिक किसी ओर कंपनी को एंट्री नहीं देना चाहती। ऐसे में कंपनी गैस की कीमत के नाम पर लोगों को ब्लैकमेल भी कर सकती है। बेदी ने कहा कि मोहाली में किसी भी अथॉरिटी के पास कोई ऐसी कोई ड्राइग नहीं है कि वह बता सके कि किस मोबाइल कंपनी ने कहां पर तार बिछा रखे हैं। ऐसे में जब कंपनी गैस पाइप डालने का काम शुरू करेगी तो उससे संचार सेवा प्रभावित हो सकती है। बेदी ने कहा कि इस पर मंथन की जरूरत है।
तो इस साल नहीं मिलेगी गैस
शहर में गैस पाइप डालने को लेकर कंपनी की ओर से लगभग सभी औपचारिकताएं पूरी की जा चुकी है, लेकिन सड़कों की खुदाई को लेकर गेंद निगम के पाले में है। अब पार्षदों ने इस का विरोध करना शुरू कर दिया है। ऐसे में पाइप डालने के लिए खुदाई का काम शुरू होने में एक से दो माह लग सकते है। ऐसे में इस साल पाइप लाइन से गैस की सप्लाई संभव नहीं। इस मामले में पार्षदों ने आपत्तियां जताई हैं, उन पर विचार किया जाएगा। सर्वसम्मति से इस काम को करवाया जाएगा। यह शहर की बेहतरी के लिए है।
कुलवंत सिंह, मेयर नगर निगम मोहाली