पाइपों की रिपेयर का काम पहुंचा गवर्नर हाउस तो डीआरएम बोले-10 दिन में हो जाएगा काम
प्रशासक वीपी सिंह बदनौर को खुद हस्तक्षेप करना पड़ा।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : कजौली वाटर वर्क्स के पांचवें और छठे फेज से अतरिक्त पानी आने में देरी होने के कारण पंजाब के गवर्नर एवं प्रशासक वीपी सिंह बदनौर को खुद हस्तक्षेप करना पड़ा। पंजाब के गांव मरौली के पास रेलवे लाइन के नीचे जो पाइप डाली गई है, उसमें लीकेज हो गई है, जिस कारण प्रोजेक्ट्स से पानी लाने में देरी हो रही है। ऐसे में गवर्नर हाउस में हुई बैठक में रेलवे के एडीआरएम करण सिंह ने प्रशासक को आश्वासन दिया है कि पाइप लाइन की रिपेयर का काम 10 दिन में पूरा कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि मंगलवार को वह खुद गमाडा और नगर निगम के अधिकारियों के साथ मौके का निरीक्षण करने के लिए गए थे। मालूम हो कि इस रिपेयर का काम पूरा होने के बाद शहर को 29 एमजीडी अतिरिक्त पानी मिलना शुरू हो जाएगा, जिससे शहर में पानी की किल्लत दूर हो जाएगी। गवर्नर वीपी सिंह बदनौर ने रेलवे प्रशासन को निर्देश दिया है कि समय सीमा के भीतर पाइप लाइन का काम पूरा किया जाए। प्रशासक ने कहा कि शहर के लोगों को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है, जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए। सारे ज्वाइंट चेक करो, कहीं लीकेज न बच जाए
गवर्नर ने इस मौके पर यह भी कहा कि पाइप लाइन के अन्य ज्वाइंट्स को भी चेक कर लिया जाए, ताकि किसी में भी कोई लीकेज न हो। रिपेयर का काम इस तरह होना चाहिए कि भविष्य में कोई समस्या का आगे सामना न करना पड़े। गवर्नर ने गमाडा और नगर निगम के अधिकारियों को इस प्रोजेक्ट के लिए रेगुलर स्तर पर कोऑर्डिनेशन रखने के निर्देश दिए हैं। ऐसे में एक टीम का गठन कर दिया गया है, जिसका चेयरमैन अंबाला रेलवे मंडल के अतिरिक्त एडीआरएम, सीनियर डिविजनल इंजीनियर, चीफ इंजीनियर, गमाडा और चंडीगढ़ नगर निगम के चीफ इंजीनियर को शामिल किया गया है, जोकि डे-टू-डे वाइज काम को मॉनीटर करेंगे और इसकी रिपोर्ट प्रतिदिन गवर्नर के पास अंबाला डीआरएम की तरफ से जाएगी। दो नए फेज से मिलना है 35 एमजीडी पानी
बैठक में सलाहकार मनोज परिदा, गृह सचिव अरुण कुमार गुप्ता, पंजाब सरकार के प्रिसिपल सचिव वेणु प्रसाद, जेएम बालामुरन, नगर निगम कमिश्नर केके यादव, अजॉय शर्मा, सुनील कांसल, बजरंग गोयल समेत कई अधिकारियों ने भाग लिया। कमिश्नर केके यादव ने बताया कि इन दो नए फेज से कुल 35 एमजीडी पानी आना है। जिसमें से 29 चंडीगढ़ और तीन-तीन एमजीडी पानी चंडीमंदिर और पंचकूला को मिलेगा। कमिश्नर ने बताया कि इस प्रोजेक्ट पर 200 करोड़ रुपये का खर्चा आया है, जिसमें 50 प्रतिशत की राशि नगर निगम की ओर से गमाडा को साल 2015 में दी गई थी। 22 किमी की पाइप लाइन डाली गई है
कमिश्नर ने बताया कि जंडपुर से लेकर सेक्टर-39 वाटर वर्क्स तक 22 किमी पाइन लाइन डाली गई है। इस पाइप लाइन के बीच में दो रेलवे ट्रैक आते हैं, जिसमें से एक ट्रैक मरौली और दूसरा मोरिडा के रेलवे स्टेशन के पास आता है। कमिश्नर ने बताया कि ट्रैक के भीतर से पाइप लाइन डालने का काम रेलवे विभाग की ओर से किया गया है। गमाडा ने इस काम के लिए 3.9 करोड़ रुपये रेलवे को दिए हैं। काम पूरा होने के बाद जब दोनों फेज से पानी की पंपिग करके ट्रायल किया गया, तो मरौली के रेलवे ट्रैक के नीचे से डाली गई पाइपों में लीकेज होनी शुरू हो गई। पाइपों के ज्वाइंट्स खुल गए। इन लीकेज के कारण कजौली तक पानी को पंप करके पहुंचाना मुश्किल हो रहा है।