चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन को वर्ल्ड क्लास स्टेशन बनाने का प्रोजेक्ट अब पकड़ेगा रफ्तार
केंद्र सरकार की ओर से शुक्रवार को आम बजट पेश किया गया। जिसमें रेल बजट भी शामिल रहा।
विशाल पाठक, चंडीगढ़। केंद्र सरकार की ओर से शुक्रवार को आम बजट पेश किया गया। जिसमें रेल बजट भी शामिल रहा। यात्रियों के लिए सबसे बड़ी राहत यह रही कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रेल बजट पेश करते हुए यात्री किराये में किसी तरह की बढ़ोतरी की घोषणा नहीं की है। उन्होंने बताया कि रेलवे स्टेशनों के जीर्णोद्धार के लिए रेलवे द्वारा इस वर्ष एक विशेष अभियान चलाया जाएगा। इसमें रेलमंत्री ने स्टेशनों का सौंदर्यीकरण करने की योजना भी शामिल है। पूरे भारत में बांद्रा टर्मिनस, कोलकाता व कानपुर सेंट्रल समेत देश के 22 प्रमुख रेलवे स्टेशनों का विश्वस्तरीय पुनर्विकास कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
इंडियन रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (आइआरएसडीसी) इन स्टेशनों पर एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं मुहैया कराने पर है। बता दें कि चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन उनमें से एक है। चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन के डेवलपमेंट के लिए आइआरएसडीसी की ओर से डायरेक्टर अप्वाइंटमेंट किया गया है। जिसकी देखरेख में यह प्रोजेक्ट आगे बढ़ाया जाएगा। 140 करोड़ रुपये में रेलवे स्टेशन बनेगा कमर्शियल हब आइआरएसडीसी के डायरेक्टर की मानें तो चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन को वर्ल्ड क्लास स्टेशन बनाने का प्रोजेक्ट शुरू हो चुका है। पहले फेज में रेलवे स्टेशन की सफाई व्यवस्था, प्लेटफॉर्म टिकट, टिकट काउंटर्स और प्लेटफॉर्म पर कियोस्क बनाने का काम शुरू हो गया है।
आइआरएसडीए के अधिकारियों के मुताबिक दूसरे चरण में रेलवे स्टेशन की ढाई लाख स्क्वेयर फीट जगह पर कमर्शियल प्रोजेक्ट का टेंडर इसी महीने खुल जाएगा। इसके बाद प्राइवेट कंपनी को काम अलॉट कर दिया जाएगा। इस प्रोजेक्ट पर 140 करोड़ रुपए खर्च होंगे। स्टेशन का काम प्राइवेट कंपनियों के आने से होने वाली कमाई से किया जाएगा। 140 करोड़ के इस प्रोजेक्ट को पूरा होने में 30 महीने का समय लगेगा। इसके अलावा अलॉट की गई जगह पर रेलवे कर्मचारियों के लिए मकान भी बनाए जाएंगे। आइआरएसडीसी की ओर से चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन को वर्ल्ड स्टेशन बनाने का दिसंबर 2020 तक का लक्ष्य रखा गया है। चंडीगढ़ स्टेशन को वर्ल्ड क्लास बनाने के लिए यह होगाः-
-चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर गाड़ियों की पार्किग के लिए 16,663 स्क्वायर मीटर में पार्किग बनाई जाएगी।
-चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर इस समय 6 प्लेटफार्म हैं जिनकी संख्या बढ़ाकर 8 की जाएगी।
-रेलवे स्टेशन पर एस्केलेटर की संख्या बढ़ाकर 12 की जाएगी। -हाईस्पीड ट्रेन शुरू की जाएंगी।
-एयरपोर्ट के तर्ज पर रेलवे स्टेशन पर पैसेंजर्स की खरीदारी के लिए शॉप्स खोली जाएंगी।
चंडीगढ़ से दिल्ली के बीच 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी शताब्दी
अंबाला डिवीजन के अधिकारियों की मानें तो चंडीगढ़-दिल्ली के बीच 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन के ट्रायल को लेकर रेलमंत्री की तरफ से हरी झंडी मिल गई है। चंडीगढ़-दिल्ली के बीच ट्रेन की स्पीड बढ़ाने को लेकर अंबाला मंडल की तरफ से प्रपोजल भेजा गया था। जिसको रेल मंत्री की तरफ से हरी झंडी मिल गई हैं। जानकारी के अनुसार शताब्दी ट्रेन 108 प्रति किलोमीटर घंटे की रफ्तार से शताब्दी ट्रेन को चलाया जा रहा हैं। विभाग की तरफ से डबल रेलवे ट्रैक तीन साल से बना हुआ था। लेकिन इसके बाद अभी तक सिर्फ कम स्पीड से ट्रेन चलाई जा रही थी। जिसको रेल मंत्री ने स्पीड ट्रायल को लेकर हा भर दी हैं। इन प्रोजेक्टों के लिए अतिरिक्त फंड पास चंडीगढ़-बद्दी रेल ट्रैक निर्माण प्रोजेक्ट में देरी के चलते इसकी लागत में इजाफा हुआ है। साल 2019-20 के बजट में रेलवे ने इस प्रोजेक्ट की पहले से तय लागत में इजाफा किया। चंडीगढ़ से यमुनानगर के बीच रेललाइन बिछाने के काम में देरी के चलते इसकी लागत में इजाफा हुआ है। चंडीगढ़ से 91 किलोमीटर का यह ट्रैक साढौरा, नारायणगढ़ से होते हुए यमुनानगर तक बनेगा। साल 2019-20 के बजट में इस प्रोजेक्ट की लागत को बढ़ाया गया है। राजपुरा-मोहाली के बीच बिछाई जाने वाली रेल लाइन की प्रोजेक्ट लागत में इजाफा किया है। यह प्रोजेक्ट 24 किलोमीटर रेल लाइन बिछाने का है।
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