Move to Jagran APP

जिसका शहर में बनता है सांसद, उसकी ही बनती है सरकार

उस दल या उनके गठबंधन की केंद्र में सरकार बनती रही है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 03 Apr 2019 07:34 AM (IST)Updated: Wed, 03 Apr 2019 07:35 AM (IST)
जिसका शहर में बनता है सांसद, उसकी ही बनती है सरकार

राजेश ढल्ल, चंडीगढ़ : शहर से जीतने वाला सांसद अपने दल के लिए काफी लकी रहता है, क्योंकि पिछले इतिहास पर नजर डाली जाए तो यह देखने को मिलेगा कि अधिकतर बार जिस पार्टी का शहर से सांसद जीता है, उस दल या उनके गठबंधन की केंद्र में सरकार बनती रही है। साल 1967 से लेकर अब तक शहर की लोकसभा सीट के लिए 13 बार चुनाव हो चुके हैं, जिनमें 11 बार ऐसा हो चुका है। सिर्फ 1967 और 1999 के लोकसभा चुनाव में ऐसा नहीं हुआ है। साल 1999 में शहर में भाजपा ही चुनाव जीतने जा रही थी, लेकिन स्थानीय नेताओं की गुटबाजी के कारण पार्टी ने सत्यपाल जैन की टिकट काट कर बाहरी उम्मीदवार किशन लाल शर्मा को टिकट दे दी और शर्मा गुटबाजी के कारण चुनाव हार गए, लेकिन केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार बन गई थी। इस बार लोग 14वीं बार डालेंगे सांसद के लिए वोट

loksabha election banner

1967 में जनसंघ का सांसद जीता, लेकिन सरकार केंद्र में कांग्रेस की बनी थी, उस समय भाजपा का गठन नहीं हुआ था। साल 2004 और 2009 में शहर से कांग्रेस के पवन बंसल जीते और केंद्र में भी यूपीए की सरकार बनी थी। इस बार 14वीं बार होने वाले चुनाव में शहरवासी मतदान करेंगे।

एक नजर यहां भी..जिसका सांसद, उसकी ही एमसी

केंद्र सरकार ही नहीं बल्कि सांसद के चुनाव का असर नगर निगम चुनाव पर भी पड़ता है। सांसद चुनाव के ढाई साल बाद नगर निगम का चुनाव होता है। साल 1996 में शहर में भाजपा का सांसद जीता था, उसके अगले साल होने वाले नगर निगम चुनाव में भाजपा को बहुमत मिला था। जब साल 2001 दिसंबर माह में नगर निगम चुनाव हुआ, तो उस समय शहर के सांसद कांग्रेस के पवन बंसल थे, उस समय कांग्रेस का एमसी में कब्जा हो गया था। उसके बाद साल 2014 तक पवन बंसल ही शहर के सांसद रहे, तब तक एमसी पर कांग्रेस का ही मेयर बनता रहा। साल 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा की किरण खेर सांसद बनी, उसके बाद से अब तक भाजपा का नगर निगम में मेयर बनता आ रहा है। साल 2016 के नगर निगम चुनाव में भाजपा ने शहर की 26 सीटों में से 20 पर जीत हासिल की। अब तक इस दल के सांसद रहे हैं शहर में

साल उम्मीदवार दल

1967 चंद गोयल जनसंघ

1971 अमरनाथ विद्यालंकार कांग्रेस

1977 किशनकांत जनता पार्टी

1980 जगननाथ कौशल कांग्रेस

1984 जगननाथ कौशल कांग्रेस

1989 हरमोहन धवन जनता दल

1991 पवन बंसल कांग्रेस

1996 सत्यपाल जैन भाजपा

1998 सत्यपाल जैन भाजपा

1999 पवन बंसल कांग्रेस

2004 पवन बंसल कांग्रेस

2009 पवन बंसल कांग्रेस

2014 किरण खेर भाजपा सबसे ज्यादा बार कांग्रेस का ही सांसद बना शहर से

शहर से सात बार कांग्रेस का सांसद बना है। जिनमें पवन बंसल को चार बार सांसद बनने का मौका मिला। जबकि बंसल अब तक सात बार कांग्रेस टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं। बंसल को छोड़कर किसी भी अन्य नेता को दो बार से ज्यादा जीतने का मौका नहीं मिला। सत्यपाल जैन भी दो बार ही चुनाव जीते और इससे पहले कांग्रेस के जगननाथ कौशल भी दो बार ही शहर से चुनाव जीते। जैन भाजपा की टिकट पर पांच बार चुनाव लड़ चुके हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.