मार्शल आर्ट के साथ दिखी पश्चिमी सभ्यता की झलक
थोमस एडिसन के संघर्ष भरे जीवन को दिखाता नाटक एडिसन पेश किया गया।
जागरण संवाददाता, मोहाली : चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी घड़ूंआं में चल रहे 34वें राष्ट्रीय इंटर यूनिवर्सिटी युवक मेले 'सीयू फेस्ट 2019' के दूसरे दिन शास्त्रीय व पश्चिमी संगीत, मेहंदी, पोस्टर, भाषण प्रतियोगिता तथा क्विज मुकाबलों का आयोजन किया गया। जिसमें भारतीय धार्मिक एवं सामाजिक रीति -रिवाज, संस्कृति विरासत तथा पश्चिमी सभ्यता की आकर्षक झलक देखने को मिली। दूसरे दिन के कार्यक्रम की शुरुआत होने पर गतके की पेशकारी हुई। जिसमें सिख मार्शल आर्ट के करतब दिखाए गए। शाम के समय एकांगी मुकाबलों की शुरुआत हुई, जिनमें विद्यार्थियों की तरफ से सामाजिक मुद्दों, मानवीय भावनाओं तथा ऐतिहासिक तथ्यों को रंगमंच द्वारा पेश किया गया। जिसमें मेजबान चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की तरफ से विज्ञान के क्षेत्र में अहम योगदान डालने वाले वैज्ञानिक थोमस एडिसन के संघर्ष भरे जीवन को दिखाता अंग्रेजी नाटक एडिसन पेश किया गया। क्विज मुकाबले में पहले राउंड में छह यूनिवर्सिटियों के विद्यार्थी फाइनल राउंड में पहुंचे। शास्त्रीय संगीत मुकाबलों में देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी इंदौर से विनायक शुक्ला ने तीन ताल के द्वारा स्वतंत्र संगीत श्रेणी का प्रदर्शन किया। जिसमें उन्होंने पेशकार, कायदा, हालत तथा वादन आदि धुनों को बजाया। सावित्री बाई फुले यूनिवर्सिटी पुणे से सिधेश्वर दसोपंत ने बजाया चौताल
सावित्री बाई फुले यूनिवर्सिटी पुणे से सिधेश्वर दसोपंत ने 12-मात्रा ताल चौताल बजाया। जिसमें उन्होंने भगवान शिव की महिमा में पखावज बजाकर शिव स्तुति प्रण सुनाया। मुकाबलों में तबला, हारमोनियम, वीना, पखावज, मृदंगम आदि द्वारा संगीत वादनाओं को सुनाया। जिनके द्वारा विद्यार्थियों ने प्रभु भक्ति एवं आध्यात्मिकता भरे संगीत से माहौल को लीन कर दिया। बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी झांसी के होनहारों का दिखा दम
वहीं, मेहंदी के मुकाबलों में भारतीय रिवायती डिजाइन तैयार करने का विषय दिया गया, जिसमें बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी झांसी से राजेंद्र ¨सह एवं शिवम की तरफ से शादी का दृश्य तथा रवायती स्वागत वाले डिजाइन के द्वारा अपनी चुनौती पेश की गई। अन्य अलग-अलग मुकाबलों में स्टूडेंट्स ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।