पांचों आरोपितों ने पहली मुलाकात में ही मार डाला था टैक्सी चालक को
सीसीटीवी फुटेज और टेक्निकल सर्विलांस के जरिये ढूंढ़ निकाले हैं।
जागरण संवाददाता, पंचकूला : कालका में टैक्सी चालक की हत्या करने के आरोपित पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और टेक्निकल सर्विलांस के जरिये ढूंढ़ निकाले हैं। हत्यारोपित पहले एक-दूसरे को नहीं जानते थे, एक-दो बार केवल फोन पर ही बात हुई थी। हत्या वाले दिन ही पांचों की पहली मुलाकात हुई थी। ये पांचों आरोपित टैक्सी चालक को मारना नहीं थे लेकिन जैसे ही इन्होंने उसकी कनपटी पर रिवॉल्वर रखा तो उसने विरोध शुरू कर दिया और उसके बाद उन्होंने गोली चला दी। गोली मारने के बाद जब टैक्सी चालक मर गया तो उसे वहीं गांव खेड़ांवाली से बहनोई खुदाबक्श की तरफ जाने वाली सड़क पर खून से लथपथ छोड़कर भाग गए थे। उसके बाद टैक्सी को बद्दी में छोड़ दिया था। ये आरोपित इस टैक्सी में जाकर किसी पेट्रोल पंप को लूटना चाहते थे। दो आरोपित यूपी और एक पश्चिम बंगाल का
अपराध शाखा सेक्टर-19 पंचकूला की टीम द्वारा निरीक्षक सतीश कुमार और निरीक्षक कर्मवीर सिंह के नेतृत्व में साइबर सेल पंचकूला की मदद से मामला सुलझाया गया है। थाना क्षेत्र पिजौर के ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी को सुलझाते हुए तीन आरोपितों रोहित सेठ निवासी मोहल्ला बुंदेलखंडी, मिर्जापुर, उत्तरप्रदेश, सुशांत सरदार पुत्र परवास वासी गांव सिमलपुर, थाना हावड़ा, जिला परनश, पश्चिम बंगाल हालिया किरायेदार सालट लेक, सेंट्रल पार्क, सेक्टर-3 कोलकाता तथा पवन गुप्ता पुत्र कैलाश गुप्ता गांव गुरगांवा, जिला बदायूं, उत्तरप्रदेश हालिया किरायेदार हरिपुर संढौली, थाना बद्दी हिमाचल प्रदेश को गिरफ्तार किया है। एक आरोपित नाबालिग है जिससे पूछताछ की जा रही है। एक की तलाश जारी है। 11 सितंबर की रात किया गया कत्ल
पुलिस को 11 सितंबर को रात के समय थाना पिजौर में सूचना मिली थी कि गांव खेड़ांवाली से बहनोई खुदाबक्श की तरफ जाने वाली सड़क पर खून से लथपथ एक व्यक्ति की लाश पड़ी हुई है। मृतक की पहचान परविद्र सिंह उर्फ बिट्टू वासी कुराड़ी मोहल्ला, थाना कालका के रूप में हुई थी। परविद्र कालका रेलवे स्टेशन पर टैक्सी चलाने के काम करता था। वारदात वाली रात भी वह रेलवे स्टेशन कालका से अपनी टैक्सी में पांच सवारियां बैठाकर बद्दी के लिए निकला तथा मृतक ने अपनी पत्नी को फोन कर बताया कि वह बद्दी जा रहा है। और हर 15/20 मिनट बाद मुझे फोन करती रहना। मृतक की पत्नी द्वारा जब 20/25 मिनट बाद फोन किया गया तो उसका फोन स्विच ऑफ आ रहा था। देर रात तक भी जब मृतक वापस नहीं लौटा तो उसके परिवारजन उसको ढूंढ़ने के लिए निकले पर उसका कोई भी सुराग नहीं मिला। हिमाचल में पहले से नामजद है आरोपित पवन गुप्ता
पुलिस ने वारदात स्थल के आसपास व रेलवे स्टेशन कालका के सीसीटीवी की फुटेज चेक की तो सुराग लगा। इसके बाद आरोपित पवन, रोहित व सुशांत सरदार को गिरफ्तार कर लिया गया। पवन गुप्ता के खिलाफ वर्ष 2015 मे थाना बद्दी हिमाचल प्रदेश में धारा-307 व आर्म्स एक्ट के तहत भी मामला दर्ज है।