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नगर निगम की खुली पोल, एक घंटे की बारिश से तालाब बनी देश की पहली प्लांड सिटी Chandigarh News

एक घंटे की झमाझम बारिश से शहर की सड़कें तालाब में तबदील हो गई। बारिश ने नगर निगम द्वारा की गई रोड-गलियों की सफाई की पोल खोल दी है।

By Edited By: Published: Sat, 06 Jul 2019 09:50 PM (IST)Updated: Sun, 07 Jul 2019 11:22 AM (IST)
नगर निगम की खुली पोल, एक घंटे की बारिश से तालाब बनी देश की पहली प्लांड सिटी Chandigarh News

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। एक घंटे की झमाझम बारिश से शहर की सड़कें तालाब में तबदील हो गई। बारिश ने नगर निगम द्वारा की गई रोड-गलियों की सफाई की पोल खोल दी है। नगर निगम ने इस बार मानसून में शहर की तीस हजार रोड-गलियों की सफाई पर करीब एक करोड़ रुपये का खर्चा किया है। ऐसे में शहरवासी रोड-गलियों की सफाई पर सवाल खड़े करने लग गए हैं। शनिवार होने के बावजूद शहर की प्रमुख सड़कों पर पानी जमा होने से जाम लगा। बारिश बंद होने के बाद भी सेक्टर-20/33 और पिकाडली चौराहे पर लंबा जाम लगा रहा।

बारिश के बाद शहर की सड़कों पर जमा पानी और उसमें से गुजरते वाहन।

सेक्टर-44/45 की विभाजक सड़क पूरी से पानी में डूब गई। यहां पर चंद वाहनों के इंजन में पानी भी घुस गया। पीयू में अंकुर स्कूल के पास सड़क पूरी तरह से डूब गई। सेक्टर-20 चौराहे पर स्थित गुरुद्वारे के पास सड़क धंस गई जिस कारण काफी देर तक जाम लगा रहा। सेक्टर-38 वेस्ट के रिहायशी इलाकों में घरों के अंदर पानी घुस गया। ऐसा ही हाल सेक्टर-26 की पुलिस कॉलोनी का रहा। सेक्टर-34 की मार्केट की पार्किग में इतना पानी जमा हो गया कि कार के टायर भी पानी जमा होने के कारण दिख नहीं रहे थे। 26 की मंडी कीचड़ से सनी सेक्टर-26 मंडी के अंदर कीचड़ ही कीचड़ हो गया है जिस कारण यहां पर खरीदारी करने आए लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। सेक्टर-22 का आरोमा लाइट प्वाइंट प्वाइंट पर भी पानी जमा हुआ। सेक्टर-17 और 24 की पेड पार्किंग में पानी जमा हो गया। मल्टीलेवल पार्किग भी एक जगह से टपकी। शहर के पार्कों और गार्डन में पानी जमा हो गया है जिस कारण न तो बच्चे खेल पाए और न ही लोग यहां पर सैर कर पाए।

घरों में घुसा बारिश का पानी, जिससे लोगों का बाहर निकलना मुश्किल हो गया।

ड्रेनेज सिस्टम कमजोर, 25 मिमी बारिश सकता है झेल
शहर में जो पानी की निकासी के लिए अंदरुनी ड्रेनेज सिस्टम है, वह भी अब काफी कमजोर हो गया है। जनस्वास्थ्य विभाग के अनुसार एक घंटे में 25 मिमी बारिश ही ड्रेनेज सिस्टम झेल सकता है। अगर इससे ज्यादा बारिश होगी तो जलभराव होना लाजिमी ही है। नगर निगम का दावा है कि एक घंटे में इससे ज्यादा मिमी बारिश हुई है।

एमसी ने सिर्फ पैसा बर्बाद किया
फासवेक अध्यक्ष बलजिंदर सिंह बिट्टू का कहना है कि एमसी ने हर साल रोड-गलियों की सफाई के नाम पर सिर्फ पैसे की बर्बादी की है। पूरा साल रोड-गलियों की सफाई होनी चाहिए न कि मानसून से चंद दिन पहले। जबकि पूरा साल ही रोड-गलियों की अंदर गंदगी जमा होती है। अभी एक घंटे की बारिश ने रोड-गलियों की सफाई की पोल खोल दी। आगे मानसून में शहर के क्या हालात होंगे।

तुरंत करेंगे कार्रवाई : शैलेंद्र
जनस्वास्थ्य विभाग के सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर शैलेंद्र सिंह का कहना है कि बारिश के दौरान कई जगह पानी भरने की शिकायत आई थी। लेकिन बारिश रुकने के बाद सभी जगह से पानी निकल गया था। फ्लड कंट्रोल टीम का गठन कर दिया गया है। पानी जमा होने की शिकायत होने के बाद तुरंत टीम मौके पर पहुंच जाएगी। प्रशासक ने की थी अधिकारियों के साथ बैठक शहर की रोड-गलियों की सफाई को लेकर गवर्नर हाउस में प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने नगर निगम कमिश्नर सहित अधिकारियों के साथ बैठक भी की थी। बैठक में प्रशासक ने शहर के चौराहों के आसपास विशेष फोकस करने के निर्देश दिए थे। इसके बावजूद चौराहों के आसपास शनिवार को बारिश के दौरान पानी जमा हुआ। इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों को सभी नालों की सफ़ाई करवाने के लिए भी कहा था लेकिन अभी तक नालों की सफाई शुरू नहीं हुई है।
 

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