मोहाली PSEB में अस्थायी शिक्षकों का धरना जारी, 7वीं मंजिल पर चढ़े अध्यापकों की तबीयत बिगड़ी
मोहाली फेज-8 स्थित पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड (पीएसईबी) के सामने प्रदर्शन कर रहे अस्थायी शिक्षकों का धरना तीसरे दिन शुक्रवार को भी जारी है। अस्थायी शिक्षकों को रेगुलर करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे कुछ शिक्षकों की तबीयत बिगड़ गई है जिन्हें डॉक्टर की जरूरत है।
मोहाली, [रोहित कुमार]। मोहाली फेज-8 स्थित पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड (पीएसईबी) के सामने प्रदर्शन कर रहे अस्थायी शिक्षकों का धरना तीसरे दिन शुक्रवार को भी जारी है। अस्थायी शिक्षकों को रेगुलर करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे कुछ शिक्षक पीएसईबी की सातवीं मंजिल पर पेट्रोल की बोतलें लेकर चढ़े हुए हैं। शुक्रवार को कुछ शिक्षकों की हालत बिगड़ गई।
अपने साथियों की हालत बिगड़ने के बाद प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों ने सरकार को चेतावनी दी की अगर किसी भी साथी को कुछ हुआ तो नतीजे भुगतने के लिए तैयार रहे। जो शिक्षक छत पर पेट्रोल लेकर चढ़े हैं उनमें से किसी का ब्लडप्रेशर बढ़ गया तो किसी की शूगर लो हो गई।
उधर, पंजाब में शिक्षकों के तौर स्थायी नौकरी कर रहे अध्यापक भी शुक्रवार को मोहाली की सड़कों पर उतर आए। करीब सात जत्थेबंदियों के अध्यापकों ने एकजुट होकर पूडा भवन के सामने जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान शिक्षकों की ओर से रैली भी निकाली गई।
वहीं पीएसईबी के बाहर प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों के नेता दविंदर सिंह ने कहा कि हमने प्रशासन से डॉक्टरों की सहायता मांगी है। हमारा धरना इसी तरह जारी रहेगा। धरने से कब उठना है और आगे की क्या रणनीति रहेगी इस को लेकर ज्वांइट एक्शन कमेटी ही फैसला लेगी। इससे पहले वीरवार को पांच जत्थेबंदियों के नुमाइंदों ओर से पंजाब के शिक्षा मंत्री व नेताओं के साथ चंडीगढ़ में बैठक की थी। बैठक के दौरान कई फैसले लिए गए थे। लेकिन मुख्य फैसले पंजाब कैबिनेट की बैठक में होने हैं। हालांकि पंजाब सरकार ने एनटीटी का 27 जून को होने वाला पेपर भी रद कर दिया है।
एक अगस्त को संगरूर में राज्य स्तरीय धरने की चेतावनी
पंजाब की संयुक्त अध्यापक मोर्चे की ओर से पंजाब सरकार को चेतावनी दी गई कि अगर मांगों को जल्द पूरा नहीं किया गया तो एक अगस्त को संगरूर में राज्य स्तरीय प्रदर्शन किया जाएगा। पंजाब के अलग अलग जिलों से पहुंचे स्थायी टीचर्स ने कहा कि शिक्षा मंत्री डमी है। शिक्षा सचिव अपने मन की चला रहे है। सूबा संयोजक विक्रमदेव सिंह, सुखविंदर सिंह चाहल, बलकार सिंह बलटोहा ने कहा कि शिक्षा मंत्री की शह पर शिक्षा सचिव बच्चों को स्कू बुला कर स्कूल खोलने के योगय प्रबंध करने की बजाए निजीकरण वाली ऑनलाइन शिक्षा को बढ़ावा दे रहे है। 800 से ज्यादा प्राइमरी स्कूलों को बंद कर दिया गया है जिससे 1904 हेड टीचर्स व हजारों काडर की पोस्टें खत्म की गई। खाली पदों को नहीं भरा जा रहा। शिक्षकों ने मांग की कि खाली पदों को भरा जाए। शिक्षा सचिव को हटाया जाए। चुनाव से पहले शिक्षकों की सभी मांगों को पूरा किया जाए।