Coronavirus : डेराबस्सी में कोरोना के लिए बनाए आइसोलेशन वार्ड में नहीं रहना चाहते संदिग्ध मरीज
Coronavirus कोरोना वायरस फैलने के बाद मरीज मेडिकल निगरानी में नहीं रहना चाहते। अब तक डेराबस्सी हलके में चीन से 44 लोग लौटे हैं जिनमें से 33 अकेले जीरकपुर से ही हैं।
डेराबस्सी, जेएनएन। Coronavirus : कोरोना वायरस के डर के चलते मरीज मेडिकल निगरानी में नहीं रहना चाहते। अब तक डेराबस्सी हलके में चीन से 44 लोग लौटे हैं, जिनमें से 33 अकेले जीरकपुर से ही हैं। इस समय चीन में एयरपोर्ट पर कुछ समय के लिए रुके लोग भी स्वास्थ्य विभाग की मेडिकल निगरानी में हैं।
राहत की बात यही है कि सभी की रिपोर्ट नेगेटिव ही आई। केंद्र सरकार ने प्रदेश सरकार की मार्फत जिले में 200 लोगों की लिस्ट भेजी थी, जो चीन से लौटे या बतौर पैसेंजर फ्लाइट में आए। डेराबस्सी की एसएमओ डॉ. संगीता जैन ने कहा कि कोरोना वायरस का खतरा धुंधला जरुर हुआ है, परंतु पूरी तरह टला नहीं है।
वहीं चीन रहकर लौटे हलके में चार युवाओं की सेहत विभाग ने पहचान की है। हालांकि चारों स्वस्थ होने से वायरस सस्पेक्ट भी नहीं हैं, परंतु सेहत विभाग ने सभी को 30 जनवरी से 28 दिनों के लिए मेडिकल सर्विलांस में रखा हुआ है।
कई अस्पतालों में बनाए गए हैं आइसोलेशन वार्ड
वायरस सस्पेक्टड के लिए सभी सिविल अस्पतालों में अलग से आइसोलेशन वार्ड तैयार किए गए हैं। हलके में ढकोली, डेराबस्सी व लालडू और बनूड़ में भी अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं। ये वार्ड सस्पेक्टड मरीज को रखने व अन्य सेवाओं के लिए 24 घंटे खुले हैं, परंतु अभी तक कोई भी सस्पेक्टेड इस आइसोलेशन वार्ड में रहना नहीं चाहता।
एसएमओ डॉ. संगीता जैन के अनुसार चाइना से लौट रहे या चाइना होकर आए लोगों की सूची में चूंकि सभी लोग जांच में नेगेटिव पाए गए हैं। इसलिए वे अहतियात के तौर पर भी आइसोलेशन वार्डों में रुकना तक नहीं चाहते।
डेढ़ माह में चीन से लौटे लोगाें की स्क्रीनिंग कर रहा सेहत विभाग
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पंजाब के केवल चार व्यक्तियों (तीन अमृतसर और एक मोहाली) ने चीन की यात्रा की है। स्वास्थ्य विभाग ने इनकी जांच की लेकिन इनमें किसी भी बीमारी के लक्षण नहीं हैं। फिलहाल इन पर निगरानी भी रखी जा रही है।