हिमाचल-गुजरात चुनाव परिणाम से पहले निगम चुनाव की तैयारी
-15 दिसंबर तक हो सकते हैं जालंधर, अमृतसर व पटियाला के चुनाव -वार्ड बंदी के कारण लटक सक
-15 दिसंबर तक हो सकते हैं जालंधर, अमृतसर व पटियाला के चुनाव
-वार्ड बंदी के कारण लटक सकते हैं लुधियाना के चुनाव
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राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़: पंजाब में चार नगर निगमों के चुनाव एक साथ होने की संभावना नहीं है। लुधियाना में वार्डबंदी का काम पूरा न होने के कारण पंजाब सरकार जालंधर, अमृतसर और पटियाला नगर निगम के चुनाव 15 दिसंबर तक करवाने की तैयारी में है। 15 दिसंबर तक तीन नगर निगमों के चुनाव करवाने के पीछे कारण यह भी है कि 18 दिसंबर को हिमाचल प्रदेश व गुजरात चुनाव के परिणाम आने हैं। इनका असर नगर निगम चुनाव पर न पड़े, इसलिए भी सरकार इस बात पर विचार कर रही है कि चुनाव दो चरणों में करवाए जाएं।
चुनाव की तैयारी को लेकर कांग्रेस के प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़ ने चारों शहरों के विधायकों के साथ कांग्रेस भवन में बैठक की। जालंधर, अमृतसर व पटियाला में वार्डबंदी का काम पूरा हो चुका है। इसलिए इस बात पर भी विचार हुआ कि क्यों न दो चरणों में निगम चुनाव करवाए जाएं। यानी लुधियाना के बाद में करवा लिए जाए।
जाखड़ को दिए अधिकार
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नगर निगम चुनाव को लेकर फैसला लेने की शक्तियां सुनील जाखड़ को दे दी हैं। सूत्र बताते हैं कि विधायकों के साथ बैठक के उपरांत जाखड़ ने कैप्टन को ब्रीफिंग की। बुखार होने के कारण पहले सारी बैठकों कैंसिल कर चुके मुख्यमंत्री ने जाखड़ के साथ बैठक की। सारी स्थिति को स्पष्ट करने के बाद कैप्टन ने जाखड़ को ही निगम चुनाव के फैसले लेने के लिए अधिकार दे दिए। वहीं, सुनील जाखड़ ने बुधवार को दोबारा चारों शहरों के विधायकों को बैठक के लिए बुला लिया है। पार्टी सूत्र बताते है कि अगर लुधियाना की वार्डबंदी का काम अगले दो से तीन दिन में पूरा नहीं हुआ तो लुधियाना को छोड़ बाकी नगर निगमों के चुनाव 15 दिसंबर तक करवा लिए जाएंगे। कांग्रेस सरकार इसलिए भी 15 दिसंबर तक चुनाव करवाने के हक में हैं क्योंकि 18 दिसंबर को गुजरात और हिमाचल प्रदेश के चुनाव परिणाम आने है। सरकार की चिंता इस बात को लेकर भी है कि अगर कहीं इन दोनों ही विधान सभा में कांग्रेस के अनुकूल परिणाम नहीं आए तो कहीं इसका असर नगर निगम चुनाव पर न पड़े।
कोट
जालंधर, अमृतसर और पटियाला की वार्डबंदी का काम पूरा हो चुका है। इसलिए राज्य चुनाव आयोग जब चाहे चुनाव करवा सकती है। गुजरात और हिमाचल के चुनाव परिणाम का असर नगर निगम चुनाव पर पड़ने की संभावना नहीं है। यह केवल अटकलबाजी है।
-सुनील जाखड़, कांग्रेस के प्रदेश प्रधान