केजरीवाल के कदमों के जवाब के लिए सुखपाल खैहरा की नई पहल
आप के बागी नेता सुखपाल सिंह खैहरा ने राष्ट्रीय कन्वीनर अरविंद केजरीवाल के खिलाफ नई चाल चली है।
चंडीगढ़, [मनोज त्रिपाठी]। आम आदमी पार्टी के आठ विधायकों के अलग गुट का नेतृत्व कर रहे सुखपाल सिंह खैहरा ने राष्ट्रीय कन्वीनर अरविंद केजरीवाल के खिलाफ नया पैंतरा अपनाया है। खैहरा ने केजरीवाल के चालों का जवाब देने के लिए नया दांव चला है। उन्होंने दिल्ली टीम के साथ बातचीत करने के लिए पांच सदस्यीय कमेटी की घोषणा की है। खैहरा गुट द्वारा गठित राजनीतिक मामलों की कमेटी ने बैठक करके यह घोषणा की है।
आप में घमासान, बैठक करके बातचीत के लिए बनाई पांच सदस्यीय कमेटी
यह फैसला इसलिए किया है कि बार-बार केजरीवाल की टीम यह बयान दे रही है कि उनकी तरफ से बातचीत की कोशिशें की जा रही हैं, लेकिन खैहरा गुट नहीं मान रहा है। खैहरा ने कहा इसीलिए पांच सदस्यीय कमेटी बना दी है। जो भी बातचीत केजरीवाल टीम से होगी उसका लाइव टेलीकास्ट करवाया जाएगा।
पंजाब में हुए जिला परिषद व पंचायत समितियों के चुनावों में पार्टी की करारी हार ने केजरीवाल की टेंशन बढ़ा दी है। हकीकत में पंजाब से जमीनी रूप से गायब हो चुकी आप का बुरा हाल है। केजरीवाल खैहरा के गुट के साथ मिलकर चलना भी चाहते हैं और उन्हें हावी भी नहीं होने देना चाहते हैं। यही वजह है कि अभी तक खैहरा के खिलाफ केजरीवाल ने कोई कार्रवाई नहीं की है।
खैहरा द्वरा बनाई कमेटी में विधायक कंवर संधू, जगदेव सिंह कमालू, बलदेव सिंह व नाजर सिंह मानशहिया तथा सुरेश शर्मा शामिल हैं। खैहरा ने कहा है कि केजरी की टीम की तरफ से आज तक उनकी टीम के साथ किसी ने कोई बातचीत नहीं की है।
केजरीवाल ने भंग किए थे 43 एनआरआइ विंग, खैहरा ने बहाल किए
पंजाब में आम आदमी पार्टी को आर्थिक तौर पर खड़ा वाले एनआरआई की विभिन्न देशों में आप द्वारा बनाई गई 43 विंगों को केजरीवाल ने बीते दिनों भंग कर दिया था। मंगलवार को खैहरा ने घोषणा की है कि दिल्ली से भंग किए गए सभी 43 विंगों को पीएसी की बैठक में बहाल कर दिया गया है। अगर एनआरआइ पूरी तरह से केजरीवाल के खिलाफ हो जाते हैं तो पंजाब की सियासत से केजरीवाल को अपना बोरिया-बिस्तर समेटना पड़ सकता है।
बेअदबी के दोषियों को बचाने के लिए कांग्रेस ने रखी रैली : खैहरा
खैहरा ने आरोप लगाया कि बेअदबी की घटनाओं को लेकर कारवाई की मांग पर बैठे सिखों के संघर्ष में उनके गुट ने 7 अक्टूूबर को शामिल होकर बहिबलकलां में रोष मार्च निकालने व रैली करने का ऐलान किया था। इसे कामयाब न होने देने को लेकर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सात अक्टूबर को प्रकाश सिंह बादल के हलके लंबी में रैली का ऐलान कर दिया है। एक महीना बाद भी सरकार दोषियों के खिलाफ कारवाई नहीं कर रही है, बल्कि रैलियां करके दोषियों को बचा रही है।
किसानों के मुद्दों को लेकर विस का विशेष सत्र बुलाने की मांग
आप विधायक कंवर संधू ने कहा कि मुख्यमंत्री को आप की तरफ से खुला पत्र लिखकर किसानों के मुद्दे पर विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग की गई है। बारिश से हजारों एकड़ धान, नरमे की फसल बर्बाद हो गई है। संधू ने सरकार से किसानों को 20 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा देने व किसान आयोग की सिफारिशों को लागू करने की मांग की है।
सिसोदिया ने की हार की समीक्षा
सिसोदिया ने दिल्ली समर्थित विधायकों व पंचायत समितियों में जीते कुछ नेताओं के साथ विधायक प्रो. बलजिंदर कौर के निवास पर बैठक की। पार्टी ने इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं है, लेकिन सूत्र बताते हैं कि उन्होंने जिला परिषद व पंचायत चुनाव में हार के कारणों को लेकर बातचीत की है।
आप नेताओं ने सफाई में कहा कि चुनाव लड़ने का फैसला अंतिम समय में लिया गया था। समय कम मिलने के चक्कर में हार हुई है। वह चंडीगढ़ में एक सरकारी कार्यक्रम में भाग लेने आए थे। उम्मीद की जा रही थी कि वह इस दौरे में आप के पूर्व प्रदेश कन्वीनर सुच्चा सिंह छोटेपुर से भी मुलाकात करके उन्हें पार्टी में वापस लाने की कवायद करेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
हमारी कोशिश सभी को साथ लेकर चलने की : चीमा
खैहरा की पांच सदस्यीय कमेटी के गठन का स्वागत करते हुए चीमा ने कहा कि उनकी पहले से ही कोशिश रही है कि वह सभी को साथ लेकर चलें। उन्होंने कहा कि यह अच्छी बात है कि बातचीत का रास्ता तो खुला।