इंटरनल ब्लीडिंग से हुई थी सुखबीर की मौत, एसएचओ बलौंगी के ड्राइवर ने सिर पर मारी थी लातें
एसएचओ बलौंगी की सरकारी गाड़ी से टक्कर के बाद 18 वर्षीय युवक सुखबीर की मौत सिर और छाती में इंटरनल ब्लीडिंग होने से हुई थी।
मोहाली, जेएनएन। एसएचओ बलौंगी की सरकारी गाड़ी से टक्कर के बाद 18 वर्षीय युवक सुखबीर की मौत सिर और छाती में इंटरनल ब्लीडिंग होने से हुई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार सुखबीर के सिर में ब्लड के क्लोट बन गए थे, जिस कारण उसकी मौत हुई। एसएचओ बलौंगी के ड्राइवर अमरजीत ने रांग साइड से आकर सुखबीर की बाइक को टक्कर मारी थी, जिस कारण उसकी जांघ पर मल्टीपल फ्रैक्चर आए थे। उसका इलाज रोपड़ के सुरजीत अस्पताल में चल रहा था। सात जुलाई के अचानक छाती में दर्द होने से उसे पीजीआइ रेफर किया था जहां उसकी मौत हो गई।
पिता का आरोप-पुलिस ने की सिर्फ खानापूर्ति
मृतक सुखबीर के पिता सुखविंदर सिंह ने आरोप लगाया कि उसके बेटे को पुलिस मुलाजिम ने जूते की टोह से बुरी तरह पीटा। पुलिस ने इस मामले में अपने मुलाजिम को बचाते हुए सिर्फ खानापूर्ति की है। जो धाराएं पुलिस ने लगाई हैं वह सभी धारा जमानत योग हैं। सुखविंदर सिंह ने कहा कि उसका परिवार उजड़ गया और पुलिस अपने मुलाजिम को बचा रही है।
पिता के सामने सड़क पर तड़प रहा था सुखबीर
तीन जुलाई को इंडस्ट्रियल एरिया फेज-8बी में बाइक से घर लौट रहे 18 वर्षीय युवक को एसएचओ बलौंगी के ड्राइवर ने रांग साइड आकर अपनी तेज रफ्तार बोलेरो गाड़ी से टक्कर मार दी थी। इस हादसे में चप्पड़चिड़ी निवासी सुखबीर सिंह घायल हो गया था। सुखबीर ने पिता सुखविंदर सिंह भी उस समय अपने बेटे के पीछे आ रहे थे। उन्होंने आरोप लगाया था कि उनके बेटे को टक्कर से घायल करने के बाद एसएचओ बलौंगी के गुस्साए ड्राइवर अमरजीत सिह ने वर्दी का रौब दिखाते हुए उसके घायल बेटे के सिर, छाती व मुंह पर लातें मारी। जब सुखबीर लहूलुहान हालत में सड़क पर तड़प रहा था।
यह दर्दनाक मंजर सुखबीर के पिता ने देखा था। उन्होंने मौके पर पहुंची पीसीआर की मदद से बेटे को फेज-6 सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया था, जहां डॉक्टरों ने बताया कि उसकी जांघ में मल्टीपल फ्रैक्चर हैं जिस कारण वह बेटे को रोपड़ स्थित सुरजीत अस्पताल ले गए थे।
आरोपित ड्राइवर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। हमने ड्राइवर की गाड़ी भी जब्त कर ली है। आरोपित अभी फरार है।
मनफूल सिंह, एसएचओ फेज-1 मोहाली