Punjab की सभी यूनिवर्सिटी परीक्षाओं के लिए स्टूडेंट्स को मिलेगा पूरा समय
कोरोना वायरस के संक्रमण से लॉकडाउन की स्थिति में सभी कॉलेज और यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे दस लाख स्टूडेंट्स की पढ़ाई को लेकर पंजाब सरकार ने काफी गंभीरता दिखाई है।
चंडीगढ़, [डॉ. सुमित सिंह श्योराण]। चंडीगढ़ स्थित पंजाब यूनिवर्सिटी और पंजाब की सभी यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे स्टूडेंट्स के लिए राहत की खबर है। सभी स्टूडेंट्स को लॉकडाउन खत्म होने के बाद परीक्षा की तैयारी के लिए पर्याप्त समय दिया जाएगा। स्टूडेंट्स के एकेडिमक सत्र (सिलेबस) को पूरा करने के लिए 15 से 20 दिन क्लास लगेंगी और महीने बाद ही परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी। कोरोना वायरस के संक्रमण से लॉकडाउन की स्थिति में सभी कॉलेज और यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे दस लाख स्टूडेंट्स की पढ़ाई को लेकर पंजाब सरकार ने काफी गंभीरता दिखाई है।
वीरवार को पंजाब सरकार के प्रिंसिपल सेक्रेटरी वरिष्ठ आइएएस अधिकारी राहुल भंडारी, पंजाब यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. राजकुमार, पटियाला यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. बीएस घुम्मन, श्री गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी अमृतसर के कुलपति डॉ. जसपाल सिंह और पटियाला स्थित स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. एसएस चीमा, डीपीआइ पंजाब आइएएस इंदू मल्होत्रा के अलावा सभी यूनिवर्सिटीज के कंट्रोलर ऑफ एग्जामिनेशन और अन्य अधिकारियों की वीडियो कांफ्रेंसिंग से मीटिंग हुई। बैठक में सभी कुलपति ने आगामी सत्र से पंजाब की सभी यूनिवर्सिटी में कॉमन एकेडमिक प्लान पर सहमति दे दी है। दैनिक जागरण ने 16 अप्रैल के अंक में सबसे पहले इस विशेष मीटिंग के बारे में जानकारी दे दी थी।
हर हफ्ते होगी रिव्यू मीटिंग
कॉमन एकेडिमक प्लान को लेकर हुई बैठक करीब डेढ़ घंटे तक चली। पंजाब सरकार की ओर से राहुल भंडारी ने सभी अधिकारियों के सुझावों को पांच से सात मिनट तक सुना। बैठक में कुलपति द्वारा बताया गया कि कोरोना से लॉकडाउन के बाद से ऑनलाइन क्लासें शुरू कर दी गई हैं। लेकिन यह बात भी सामने आई कि 30 फीसद से अधिक गांवों और दूरदराज रहने वाले ऐसे स्टूडेंट्स भी हैं जिनके पास ऑनलाइन पढ़ाई का विकल्प नहीं है। ऐसे में सेमेस्टर परीक्षा से पहले 15 से 20 दिन क्लासें लगाई जाएंगी। उधर, कमेटी के सदस्यों की अब हर हफ्ते रिव्यू मीटिंग भी होगी।
हालात नहीं बदले तो इस बार रद हो सकते हैं एंट्रेंस टेस्ट
सभी यूनिवर्सिटी में दाखिले को लेकर होने वाले एंट्रेंस को लेकर भी चर्चा हुई। मामले में सभी ने यूजीसी गाइडलाइंस को फॉलो करने को कहा गया। सूत्रों के अनुसार अगर हालात ऐसे ही रहे तो इस बार एंट्रेंस टेस्ट कैंसिल भी हो सकते हैं लेकिन इस पर फैसला तीन मई के बाद स्थिति को देखते हुए ही होगा। एंट्रेंस टेस्ट आयोजित करने की स्थिति में सभी यूनिवर्सिटी एक-दूसरे से तिथियों को लेकर कोऑर्डिनेट करेंगी। फिलहाल सभी यूनिवर्सिटी का फोकस सेमेस्टर एग्जाम और एडिमशन प्रोसेस पर ही रहेगा। बैठक में फाइनल ईयर स्टूडेंट्स को प्रमोट करने पर भी चर्चा हुई लेकिन कुछ सदस्यों ने इस प्रस्ताव को लेकर कहा कि इसमें स्टूडेंट्स को दूसरी यूनिवर्सिटी में दाखिला लेने में दिक्कत आ सकती है।
सभी यूनिवर्सिटी के वीसी और अन्य अधिकारियों के साथ मौजूदा स्थिति को लेकर विस्तार से चर्चा हुई है। पहली मीटिंग काफी अच्छी रही जिसमें सभी ने अपने सुझाव रखे। कॉमन एकेडिमक प्लान पर भी लगभग सभी सहमत हैं। लॉकडाउन की स्थिति को देखते हुए लगातार मीटिंग कर रिव्यू किया जाएगा। स्टूडेंट्स को परीक्षा के लिए यूनिवर्सिटी पर्याप्त समय देंगी। रिमोट एरिया में ऑनलाइन पढ़ाई बहुत कारगर नहीं हो पा रही है। सभी स्टूडेंट्स के हित को देखकर ही परीक्षाओं के शेड्यूल पर फैसला लिया जाएगा।
-जीएस बराड़, असिस्टेंट डायरेक्टर, हायर एजुकेशन पंजाब