सीएए के खिलाफ प्रदर्शन कर चंडीगढ़ की ओर जा रहे स्टूडेंट्स को पुलिस ने रोका
शनिवार को पंजाब स्टूडेंट्स यूनियन (पीएसयू) नौजवान भारत सभा (एनबीएस) के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने मोहाली के फेज-8 के दशहरा ग्राउंड में प्रदर्शन किया
मोहाली, जेएनएन। केंद्र की ओर से लागू नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ शनिवार को स्टूडेंट्स ने प्रदर्शन किया। पंजाब स्टूडेंट्स यूनियन (पीएसयू), नौजवान भारत सभा (एनबीएस) के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने मोहाली के फेज-8 के दशहरा ग्राउंड में प्रदर्शन किया। इस दौरान स्टूडेंट्स ने चंडीगढ़ की ओर कूच किया लेकिन पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक लिया। यहां प्रशासन के अधिकारियों ने स्टूडेंट्स से ज्ञापन लिया। स्टूडेंट्स ने मांग की कि सरकार सीएए कानून को वापस ले।
पीएसयू के सूबा अध्यक्ष रणबीर सिंह रंधावा, एनबीएस के अध्यक्ष रुपिंदर ने कहा कि केंद्र सरकार अपने हिंदुत्व के फासीवादी एजेंडा के तहत काम कर रही है। इसके तहत अल्पसंख्यकों खासकर मुस्लिमों को निशाने पर लिया जा रहा है। स्टूडेंट्स ने कहा कि जो भी केंद्र के खिलाफ आवाज उठाने की कोशिश कर रहा है उसे देशद्रोही करार दिया जा रहा है। पाकिस्तान भेजने की बात कहीं जाती है। प्रदर्शनों को लेकर रोक लगाई जा रही है। देश बेरोजगारी व अर्थव्यवस्था से जूंझ रहा है। सरकार इन मुद्दों से भटका कर हिंदू और मुसलमानों को लड़वाने में लगी है।
स्टूडेंट्स ने कहा कि सरकार नागरिकता संशोधन कानून फौरन वापस ले। स्टूडेंट्स ने कहा कि देश भर में इस के खिलाफ आवाजें उठ रही हैं। उधर, जवाहर लाल यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में हमले पर स्टूडेंट्स ने कहा कि केंद्र के इशारे पर पुलिस व उनकी ईकाइयां स्टूडेंट्स पर हमला कर रही है। स्टूडेंट्स नेताओं ने कहा कि अगर सरकार की ओर से कानूनों को वापस नहीं लिया जाता तो संघर्ष जारी रहेगा।