स्टूडेंट्स ने दी शहीदों को अनूठी श्रद्धांजलि, चंडीगढ़ से साइकिल चलाकर जलियांवाला बाग पहुंचे
चंडीगढ़ के एक स्कूल के बच्चों ने साइकिल से जलियांवाला बाग अमृतसर पहुंच कर शहीदों को अनूठी श्रद्धांजलि दी है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ः यहां के स्कूल छात्रों ने शहीदों को अनूठी श्रद्धांजलि दी है। भवन विद्यालय के 41 विद्यार्थियों ने साइकिल से जलियांवाला बाग तक 230 किमी का रास्ता तय किया और शहीदों को नमन किया। सभी छात्र, छात्राऐं शुक्रवार को लौटे हैं। इस अवसर पर वायु सेना ने बच्चों का जोरदार स्वागत किया तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
जलियांवाला बाग की दुखद घटना को हुए 13 अप्रैल, 2019 को सौ साल हो जाएंगे। उस दिन शहीद हुए लोगों की याद में जहां सरकार और अन्य संस्थाए कार्यक्रम का आयोजन करने की तैयारी में हैं, वहीं उन्हें श्रृद्धांजलि देने के लिए छात्र और छात्राओं ने एक साइकिल रैली का आयोजन किया। पिछले मंगलवार को शुरू हुई इस साइकिल रैली में स्कूल के 8 से 12वीं कक्षा के 41 छात्र और छात्राओं ने चंडीगढ़ से अमृतसर स्थित जलियांवाला 230 किलोमीटर का सफर तीन दिन में तय किया। बच्चों के साथ स्कूल के आठ अध्यापक भी थे। बच्चे पहले दिन का सफर तय करके नवांशहर के कैंब्रिज इंटरनेशनल स्कूल पहुंचे, जहां पर स्कूल प्रबंधन ने उनके ठहरने और जलपान की व्यवस्था की थी।
डेरा ब्यास में ले लिए मोबाईल फोन
इसके बारे में छात्र गोविंद ने बताया कि यात्रा के दूसरे दिन बुधवार शाम 5 बजे के करीब वे डेरा ब्यास पंहुचे, जहां डेरा प्रबंधन ने उनके ठहरने की व्यवस्था की थी। हालांकि डेरा में एंटर करते ही प्रबंधन कमेटी ने उनके मोबाइल फोन ले लिए। फोन पास न होने से हम लोग काफी मायूस हुए लेकिन वहां के वातावरण ने हमारा मन जीत लिया और हमने उस समय को काफी इंज्वाय किया।
पहले गए जलियांवाला बाग, फिर अटारी बॉर्डर
अगले दिन सुबह साइकिल रैली साढ़े बजे जलियांबाग पहुंचे, जहां पर भवन विद्यालय अमृतसर की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें सभी छात्र और छात्राओं को सम्मानित भी किया गया। इसके बाद सभी अटारी-वाघा बॉर्डर पर गए।
चौथे दिन पहुंचे चंडीगढ़ वापस
रैली के समापन के बाद शुक्रवार को सुबह सभी छात्र और छात्राओं ने वापस चंडीगढ़ की ओर रूख किया। रास्ते में वो आदमपुर एयरबेस पर रुके। वायुसेना ने उनका जोरदार स्वागत किया। फिर, देर शाम चंडीगढ़ लौट आए।