Punjab University हॉस्टल में रहने वाले स्टूडेंट्स का होगा CoronaVirus टेस्ट
कोरोना जांच उपकरण मंगवाने के लिए ऑनलाइन पोर्टल जेम पर अप्लाई किया जा चुका है। सभी हॉस्टलों में रह रहे स्टूडेंट्स की जांच की जिम्मेदारी संबंधित वार्डन को दी जाएगी।
चंडीगढ़ [वैभव शर्मा]। कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कैंपस को 31 मार्च तक बंद करने के आदेश दिए थे। इसके साथ ही जो स्टूडेंट्स हॉस्टल्स में रुके हुए हैं, अब उनका कोरोना वायरस का टेस्ट होगा। उसके अलावा जो भी व्यक्ति हॉस्टल में प्रवेश करेगा, उसे भी टेस्ट से गुजरना पड़ेगा। शनिवार को कैंपस को बंद करने के आदेश के साथ ही पीयू वाइस चांसलर प्रो. राजकुमार ने यह आदेश भी जारी किया था कि जल्द से जल्द कोरोना वायरस की जांच करने वाले उपकरण मंगवाए जाएं। जिसके बाद इन उपकरणों को खरीदने के लिए प्रक्रिया तेज हो गई है। बैठक में शामिल सीनेटर प्रो. नीरू मलिक ने कई बातों को उठाया था जिसमें कोरोना वायरस की जांच एक है। सूत्रों के अनुसार कोरोना जांच उपकरण मंगवाने के लिए ऑनलाइन पोर्टल जेम पर अप्लाई किया जा चुका है।
वार्डन की जिम्मेदारी सुनिश्चित
सभी हॉस्टलों में रह रहे स्टूडेंट्स की जांच की जिम्मेदारी संबंधित वार्डन को दी जाएगी। वार्डन के साथ-साथ मेडिकल टीम भी रहेगी ताकि जांच अच्छे से हो सके। सूत्रों के अनुसार अगर इस बीच किसी स्टूडेंट्स में कोरोना वायरस के लक्षण पाए जाते हैं तो उसे तुरंत अस्पताल भर्ती करवाया जाएगा।
एक उपकरण की कीमत करीब तीन से चार हजार रुपये
कोरोना वायरस की जांच करने वाले उपकरण की कीमत तीन से चार रुपये बताई जा रही है। हालांकि अभी इस बात की जानकारी नहीं मिली है कि पीयू प्रशासन द्वारा कितने उपकरणों को खरीदा जाएगा। लेकिन इस बात की पुष्टि है कि सभी हॉस्टल्स के लिए यह उपकरण मंगवाए जाएंगे।
गेट नंबर-1 को बंद करने की दी सलाह
पीजीआइ में मरीजों के साथ आने वाले लोग रात के समय में पीयू के गेट नंबर-1 का ज्यादा प्रयोग करते हैं। कोरोना वायरस के चलते बैठक में रात के समय में गेट नंबर-1 को बंद करने की सलाह दी गई है। पीजीआइ से ज्यादातर लोग पीयू से होकर ही सेक्टर-15 की मार्केट जाते हैं। ऐसे में उनसे कोई इन्फेक्शन कैंपस में न फैले, इसलिए आदेश जारी हुए हैं।