पहले बनेगा आईकार्ड, फिर तय होंगे वेंडर्स जोन, जानें कब शुरू होगी नगर निगम की प्रक्रिया
नगर निगम की ओर से गठित स्ट्रीट एंड टाउन वेंfडग कमेटी ने वेंडर्स के लिए आईकार्ड बनाने के लिए तीन कैटेगरी तय की है।
जासं, मोहाली : नगर निगम की ओर से गठित स्ट्रीट एंड टाउन वेंfडग कमेटी ने वेंडर्स के लिए आईकार्ड बनाने के लिए तीन कैटेगरी तय की है। तीन कैटेगरी के आईकार्ड का रंग लाल, हरा और नीला होगा, ताकि कमेटी की ओर से जब चेfकग की जाए तो कार्ड से ही संबंधित कर्मी की पहचान आसानी से की जा सके। कुल 993 वेंडर्स के कार्ड बनने के बाद निगम शहर में वेंfडग जोन बनाने की प्रक्रिया फरवरी माह से शुरू करेगा। हालांकि कुल 993 फाइनल वेंडर्स की लिस्ट में से सिर्फ 440 ने ही अभी तक आईकार्ड बनाने के लिए आवेदन किया है। इसी के चलते वेंडर्स जोन बनाने की प्रक्रिया अभी तक शुरू नहीं की जा सकी है। जिसके पास लाल कार्ड होगा वह पक्के तौर पर बैठकर सामान बेच सकेगा। उसे वेंडर्स जोन में बैठने की अनुमति होगी। वेंडर्स जोन के बाहर वह किसी भी तरह से कोई काम नहीं कर सकेगा। ऐसे इसलिए किया गया है ताकि शहर के बाजारों के अंदर से बिना वजह लगने वाली रेहड़ी फड़ी से निजात दिलवाई जा सके।
वेंडर्स जोन बनाने के बाद यह साफ होगा कि यह जोन कहां बनाए जाते हैं और बाजारों में बैठने वाले वेंडर्स को किस जगह पर स्थान मिलता है। स्ट्रीट एंड टाउन वेंfडग कमेटी के सदस्य एवं पार्षद कुलजीत बेदी ने कहा कि कार्ड के अगले हिस्से पर वेंडर्स की फोटो के साथ-साथ उसके घर का पता, जेंडर, उम्र, रोजगार, जगह, रजिस्ट्रेशन नंबर के साथ कार्ड के जारी होने व खत्म होने की तारीख लिखी होगी। इसके साथ ही इस कार्ड के पिछली तरफ के हिस्से पर इमरजेंसी सर्विस नंबर जिसमें एंबुलेंस, पुलिस, फायर ब्रिगेड, वुमन एंड चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर अंकित किए गए हैं, ताकि किसी भी तरह की जरूरत पडऩे पर इसका इस्तेमाल किया जा सके।
रेजिडेंशियल एरिया में घूमकर बेच सकेंगे सामान
वह रेजिडेंशियल एरिया, मार्केट्स एरिया, मुख्य मार्केट्स, इंडस्ट्रियल एरिया में कहीं पर भी घूम कर सामान बेच सकेंगे। इन्हें किसी जगह पर परमानेंट खड़े होकर या रुककर सामान बेचने की अनुमति नहीं होगी। अगर वह नियम नहीं मानेंगे तो उन पर कार्रवाई की जा सकेगी। वहीं शहर में जहां भी सब्जी या फल बेचे जाते हैं और जो मार्केट्स लगती है, उनमें मौजूद सब्जी व फल विक्रेताओं को नीला कार्ड दिया जाएगा। भले ही वो अपनी मंडी में ही काम करने वाले लोग क्यों न हों। यहां पर जो अन्य सामान बेचने वाले वेंडर्स हैं उनको लेकर भी नीला कार्ड देने पर चर्चा की जा रही है।