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श्रमिक अब नहीं लौटना चाहते घर, कम यात्री पहुंचने पर यूपी-बिहार जाने वाली स्पेशल ट्रेन रद

चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन से सोमवार को स्पेशल ट्रेन को रवाना करना था। लेकिन लोगों की पलायन से घटती रुचि की वजह से इस ट्रेन को ना चलाने का फैसला लिया गया।

By Vikas_KumarEdited By: Published: Sat, 20 Jun 2020 02:54 PM (IST)Updated: Sat, 20 Jun 2020 02:54 PM (IST)
श्रमिक अब नहीं लौटना चाहते घर, कम यात्री पहुंचने पर यूपी-बिहार जाने वाली स्पेशल ट्रेन रद
श्रमिक अब नहीं लौटना चाहते घर, कम यात्री पहुंचने पर यूपी-बिहार जाने वाली स्पेशल ट्रेन रद

चंडीगढ़, [वैभव शर्मा]। शहर में दूसरे राज्यों से रूके श्रमिकों के लिए पिछले एक महीने से श्रमिक स्पेशल ट्रेन को चलाने का सिलसिला चल रहा था। इस कड़ी में बीते शुक्रवार को एक श्रमिक स्पेशल ट्रेन को चलाया गया था। सोमवार को भी एक श्रमिक स्पेशल ट्रेन को उत्तर प्रदेश और बिहार में भेजा जाना था, लेकिन चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा इस ट्रेन को रद कर दिया गया है।

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जानकारी के अनुसार चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन से सोमवार को स्पेशल ट्रेन को रवाना करना था। लेकिन लोगों की पलायन से घटती रुचि की वजह से इस ट्रेन को ना चलाने का फैसला लिया गया। उसके अलावा ट्रेन को रद्द करने का एक और कारण बताया जा रहा है। उत्तर प्रदेश और बिहार 29 राज्य सरकारों से इस ट्रेन को चलाने के लिए अनुमति भी नहीं मिली थी। हालांकि पहले ट्रेन को चलाने के लिए पूरी तैयारियां हो गई थी लेकिन शनिवार को इस ट्रेन को ना चलाने का फैसला लिया गया।

शहर से गए कहीं शामिल पाए गए कोरोना संक्रमित

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शहर से यूपी और बिहार गए श्रमिकों में से कई कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इसकी पुष्टि उस जिले के डीएम द्वारा की गई है। शहर से तकरीबन 45000 श्रमिक दूसरे राज्य गए हैं।

श्रमिकों की संख्या हुई कम

पहले दौर में चली श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में दो हजार से 2500 श्रमिकों को उनके गृह राज्य भेजा गया था। दूसरे दौर में यह संख्या घटकर मात्र 1200 से 1600 के बीच में रह गई थी, लेकिन तीसरे दौर में यह संख्या सिर्फ हजार तक ही सीमित रह गई है। इस बात को देखते हुए ट्रेन को न चलाने का फैसला लिया गया।

इन ट्रेनों में गई इतनी सीटें खाली

चंडीगढ़ प्रशासन और रेलवे द्वारा चलाई गई श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में 23 मई को बिहार और झारखंड जाने वाली ट्रेन में 421 सीटें खाली थी। उसी प्रकार 27 मई को उत्तर प्रदेश के जौनपुर के लिए चली ट्रेन में 105 सीट, 28 मई को उत्तर प्रदेश के नजीबाबाद गोंडा के लिए गई ट्रेन में 98 सीट, 3 जून को उत्तर प्रदेश के मऊ के लिए गई ट्रेन में 300 सीट, 19 जून को बिहार और उत्तर प्रदेश के लिए गई ट्रेन में 554 सीटें खाली थी। अभी तक चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन ट्रेन मिला 1635 सीटें खाली गई है।


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